रुद्रपुर। प्रधानमंत्री वन धन योजना से बाजपुर गांव की महिलाओं को मैंथा की खेती में मदद देने के लिए न्याय पंचायत बरहैनी में मैंथा ऑयल यूनिट की स्थापना की जाएगी। इसके लिए 7.50 लाख रुपये का बजट भी जारी कर दिया गया है। यूनिट में निकाला गया मैंथा ऑयल सीधे दवाइयां और कॉस्मेटिक के उत्पाद बनाने वाली कंपनियों तक पहुंचाया जाएगा।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत न्याय पंचायत बरहैनी (बाजपुर) के 18 गांवों की 300 महिलाओं को मैंथा की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। मैंथा की खेती कर थोक में पिपरमिंट का तेल बेचने पर महिलाओं ने 229 एकड़ में एक साल में 1,17, 10000 रुपये की कमाई की। महिलाओं की ओर से मैंथा से अच्छी कमाई किए जाने पर सरकार की ओर से प्रधानमंत्री वन धन योजना के तहत भूमि वन धन कलस्टर को 7.50 लाख रुपये का बजट जारी किया गया है। इससे मैंथा ऑयल यूनिट लगाने के बाद महिलाओं की ओर से ही पिपरमिंट के तेल की पैकेजिंग, क्वालिटी की जांच, विपणन आदि के कार्य किए जाएंगे। इसके लिए महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। बाजपुर की ब्लॉक मिशन मैनेजर सुनीता कश्यप ने कहा कि पहले महिलाएं मैंथा का तेल निकालने के लिए दूसरे लोगों के पास जातीं थीं। अब बजट मिलने के बाद खुद की तेल मिल यूनिट होगी। इससे महिलाओं को अतिरिक्त खर्च नहीं उठाना पड़ेगा। कहा कि मैंथा के तेल की बाजार में अच्छी मांग है। इसे एक हजार रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाता है।
आईआईएम काशीपुर के छात्र-छात्राएं आएंगे प्रशिक्षण लेने
रुद्रपुर। बीएमएम सुनीता कश्यप ने कहा कि आईआईएम काशीपुर के छात्र-छात्राएं भी जल्द ही महिलाओं से ट्रेनिंग लेंगे। पिपरमिंट की अच्छी पैदावार के लिए किस क्वालिटी का मैंथा उगाया जाए, इसके लिए पंतनगर विवि के वैज्ञानिक महिलाओं को प्रशिक्षण देंगे। यूआईआरडी के संयुक्त निदेशक, हिमांशु जोशी का कहना है कि ट्राईफेड योजना की ओर से महिलाओं के उद्यम को बढ़ावा देने के लिए बाजपुर की न्याय पंचायत बरहैनी में वन विकास केंद्र बनाया जाएगा। इसमें मैंथा ऑयल यूनिट लगाई जानी है। इसके लिए सरकार से 7.50 लाख रुपये का बजट भी जारी कर दिया है। अब महिलाएं मैंथा ऑयल सीधे दवा व कॉस्मेटिक के उत्पाद बनाने वाली कंपनियों को बेचेंगी। इसको लेकर कंपनियों से जल्द ही टाईअप किया जाएगा।
मैंथे से एक साल में कमाए 1.70 करोड़, अब लगेगी ऑयल यूनिट
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