नैनीताल। नैनीताल की क्षतिग्रस्त लोअर मालरोड को चार साल में भी स्थायी ट्रीटमेंट नहीं मिल पाया है। लोअर मालरोड में दरार के बाद अब भूधंसाव भी होने लगा है। इसके साथ ही अब अपर माल रोड में भी दरारें बढ़ने लगी हैं। नैनीताल में 2018 में लोअर मॉलरोड का 25 मीटर हिस्सा झील में समा गया था जिसके बाद लोनिवि ने 82 लाख के बजट से झील में बेस बनाकर ट्रीटमेंट किया। पिछले महीने भी लोअर मॉलरोड के क्षतिग्रस्त हिस्से में फिर एक बार लगभग 10 मीटर दरार आ गई थी जिस पर लोनिवि ने कंक्रीट डालकर दरार बंद कर दी। इन दिनों बारिश के चलते लोअर मॉल रोड में कई जगह दरारें आ चुकी हैं। लाइब्रेरी से पहले के समीप सड़क में भू-धंसाव हुआ है। जिसके चलते बारिश के दौरान इन स्थानों में जल भराव हो रहा है। झील से लगी दीवारें भी कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। क्षतिग्रस्त लोअर मालरोड के समीप अपर मॉलरोड में बढ़तीं दरारें खतरें का संकेत दे रही हैं।
लोनिवि के सहायक अभियंता जीएस जनौटी ने बताया कि टीएचडीसी ने लोअर मालरोड के क्षतिग्रस्त हिस्से समेत 70 मीटर सड़क के प्राथमिक उपचार के लिए सवा करोड़ की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बना दी है। छह अगस्त को निविदा ऑनलाइन कर दी जाएगी। सारी प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद सितंबर से लोअर मालरोड का उपचार शुरू कर दिया जाएगा।
स्थायी उपचार के लिए चार करोड़ की मांग
नैनीताल। लोनिवि के सहायक अभियंता जीएस जनौटी ने बताया कि सवा करोड़ की लागत से लोअर मालरोड का अस्थायी उपचार करने के बाद चार करोड़ की लागत से क्षतिग्रस्त सड़क का स्थायी उपचार किया जाएगा जिसकी मांग विभाग ने आपदा न्यूनीकरण मद से की है।
सवा करोड़ की लागत से होगा लोअर मालरोड का प्राथमिक उपचार
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