होली के त्योहार को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने छापेमारी अभियान तेज कर दिया है। एफडीए (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) विजिलेंस के साथ मिलकर विभागीय टीम ने बुधवार सुबह आइटी पार्क के निकट राधा एन्क्लेव में उत्तर प्रदेश नंबर के एक वाहन को पनीर सप्लाई करते हुए पकड़ा। पनीर अस्वच्छ स्थिति में वाहन में रखा मिला। पूछताछ में पनीर में स्किम्ड मिल्क, मिल्क पाउडर, रिफाइंड आदि की मिलावट की बात चालक ने कबूली। जिस पर 180 किलो पनीर समीप ही डंपिंग जोन में नगर निगम की जेसीबी मशीन से नष्ट कर दिया गया।
जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी पीसी जोशी ने बताया कि पनीर सप्लाई करने वाले सुनील कुमार से पूछताछ की गई। उसने बताया कि पनीर को रामपुर, मनिहार सराय के शरीफ डेरी फर्म में तैयार किया जाता है। जिसका संचालक मुर्तजा प्रधान है। वह फर्म में बतौर कर्मचारी तैनात है। बताया कि यह पनीर डेयरी व होटल में सप्लाई किया जाता है।
जोशी ने बताया कि खाद्य सुरक्षा विभाग संबंधित फर्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा। इसके अलावा पनीर का सैंपल जांच के लिए रुद्रपुर स्थित प्रयोगशाला में भेज दिया गया है। इसके अतिरिक्त सैंपलिंग अभियान भी जारी है। विभागीय टीम ने मिठाई, पनीर, मावा व अन्य खाद्य पदार्थ के नौ सैंपल लिए हैं। जिन्हें जांच को भेजा गया है। टीम में वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी योगेंद्र पांडेय, रमेश सिंह, संजय तिवारी, संजय नेगी, योगेंद्र नेगी आदि मौजूद रहे।
पनीर
पनीर का टुकड़ा हाथ में मसलकर देखें। अगर यह टूटकर बिखरे तो समझ लीजिए मिलावटी है, क्योंकि इसमें मौजूद कैमिकल दबाव नहीं सह पाता। पनीर को पानी में उबाल कर ठंडा कर लें। ठंडा हो जाए तो उस पर कुछ बूंदें आयोडीन टिंचर की डालें। अगर पनीर का रंग नीला पड़ जाए तो समझ लीजिए कि यह मिलावटी है। नकली पनीर ज्यादा टाइट होता है। उसका टैक्सचर रबड़ की तरह होता है।
देहरादून में खपाया जाना था 180 किलो नकली पनीर, खाद्य सुरक्षा विभाग ने कराया नष्ट; ऐसे करें इसकी पहचान
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