हल्द्वानी। जिले के माध्यमिक स्तर के 24 विद्यालयों में 30 लाख रुपये की लागत से स्मार्ट कक्षाएं तैयार की जाएंगी। जिला योजना में इस प्रस्ताव को पारित किया गया है। शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों का चिह्नीकरण किया जाएगा। स्मार्ट कक्षाओं में छात्र-छात्राओं को डिजिटल तौर पर पढ़ाया जाएगा। इसके लिए अलग से हर स्कूल में एक स्मार्ट कक्ष तैयार किया होगा जहां स्मार्ट कक्षाओं के संचालन से संबंधित उपकरण लगेंगे। स्मार्ट क्लास रूम में डिजिटल बोर्ड होगा। इसमें स्मार्ट बोर्ड पर चॉक या मार्कर पेन से न लिखकर किसी डंपी पेन या अंगुली की सहायता से लिखा जाता है। वीडियो के माध्यम से बच्चों को तरह-तरह के फिल्म और चित्र दिखाकर पठन-पाठन का कार्य होगा।
स्मार्ट कक्षाओं के लाभ
- सीखने और सिखाने की गुणवत्ता में सुधार होगा।
- कठिन विषयों को समझने और समझाने में मदद मिलेगी।
- किसी भी विषय वस्तु को चित्र और वीडियो के माध्यम से समझाने में आसानी मिलेगी।
- कम समय में अधिक सीखने का मौका मिलेगा।
- प्रतिदिन के कार्य लंबे समय तक सेव रहेंगे, जरूरत पड़ने पर उन्हें दोबारा देखा जा सकेगा।
कोट :
-जिले के 24 विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाओं के लिए 30 लाख रुपये का प्रस्ताव पारित हुआ है। जिला योजना में इस प्रस्ताव को पारित किया गया है। स्कूलों का चिह्नीकरण नहीं किया गया है। इसके लिए तैयारी चल रही है। धनराशि प्राप्त होने के बाद स्मार्ट क्लास रूम बनाने का कार्य किया जाएगा। – केएस रावत, सीईओ।
36 लाख से 18 विद्यालयों में बनेंगे लैब
हल्द्वानी। जिले के 18 विद्यालयों में 36 लाख रुपये की राशि से विज्ञान विषयों की लैब तैयार की जाएगी। जिला योजना की बैठक में यह प्रस्ताव पारित हो गया है। शीघ्र ही लैब बनाने का कार्य होगा। साथ ही 34 विद्यालयों में दो हजार से अधिक बच्चों के लिए फर्नीचर लगाया जाएगा। सीईओ केएस रावत ने बताया कि जिला योजना की बैठक में लैब के प्रस्तावित प्रस्ताव पारित हो गया है। शीघ्र ही इस दिशा में कार्य होगा।