शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल का संकट बढ़ गया है। पहले तक लोगों के घरों में सुबह-शाम पानी की सप्लाई होती थी। लेकिन एक माह से पानी की कमी के चलते जल संस्थान केवल सुबह ही पानी सप्लाई कर रहा है। उसमें भी समय की कटौती की जा रही है। जहां पहले करीब दो घंटे तक नल में पानी आता था। अब केवल आधा घंटा ही पानी आ रहा है। कई इलाकों में एक से दो दिन के बाद पानी सप्लाई की जा रही है। पानी की कमी से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर की तीन लाख से ज्यादा की आबादी पेयजल के इस संकट से प्रभावित हो रही है।
शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की 70 प्रतिशत आपूर्ति गौला के पानी से की जाती है। गौला के पानी को फिल्टर प्लांट में साफ कर घरों के लिए सप्लाई किया जाता है। एक माह से दिन के समय 4 से 5 घंटे पानी की कमी से फिल्टर प्लांट बंद हो रहे है। गौला बैराज में सिल्ट जमा होने से गेट खोल फिल्टर प्लांट की सप्लाई बंद की जा रही है। घंटों तक पानी नही साफ नहीं होने से सप्लाई टैंक खाली हो रहे हैं। पेयजल की कमी से जल संस्थान की शाम को की जाने वाली पानी की सप्लाई बंद हो गई है। लगातार पानी की कमी से परेशान लोग रोज कार्यालय में पहुंच शिकायत दर्ज करा रहे हैं। हालांकि लोगों की समस्या का समाधान करने में अधिकारी बेबस नजर आ रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की प्राथमिकता में भी पानी की समस्या नजर नहीं आती है। धरातल पर पेयजल की समस्या के स्थाई समाधान की योजना की कमी नजर आती है।
बोले जनप्रतिनिधि
जल जीवन मिशन के तहत पेयजल लाइनों का कार्य जारी है। जरूरत के अनुसार नलकूपों का भी निर्माण किया जाएगा। – बंशीधर भगत, विधायक कालाढूंगी।
विधान सभा के बजट सत्र में मैंने पेयजल का मामला उठाया था। लेकिन इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। – सुमित हृदयेश, विधायक हल्द्वानी।
बोले अधिकारी
गौला से आपूर्ति बाधित होने से सप्लाई नहीं हो पा रही है। प्रभावित क्षेत्रों में टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है। – एसके श्रीवास्तव, अधिशासी अभियंता जल संस्थान।
शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल का संकट गहराया
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