Saturday, November 2, 2024
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अल्मोड़ा में बाजार बंद, चाय-पानी के लिए भी तरसे लोग

अल्मोड़ा। तहसील कार्यालय को दोबारा मल्ला महल में स्थापित करने की मांग के लिए नगर व्यापार मंडल के आह्वान पर सोमवार को अल्मोड़ा में बंद का व्यापक असर रहा। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठान पूरी तरह बंद रखे। किराना, सब्जी, कपड़े, आभूषणों, मिठाई की दुकानों के साथ ही शॉपिंग मॉल पूरी तरह बंद रहे। सड़कों के किनारे स्थित चाय के ठेले तक नजर नहीं आए और भोजन की दुकानों पर भी ताले लटके रहे, जिससे लोग चाय-पानी व भोजन के लिए तरस गए। व्यापारियों ने नगर में जुलूस निकालकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया।
तहसील को नवीन कलक्ट्रेट परिसर में शिफ्ट करने के विरोध और इसे दोबारा मल्ला महल में स्थापित करने की मांग पर व्यापारी और विभिन्न संगठनों के लोग लंबे समय से आंदोलनरत कर रहे हैं। पिछले दिनों जिला भ्रमण पर पहुंचे सीएम पुष्कर धामी ने भी व्यापारियों को इस मामले पर उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक सकारात्मक परिणाम सामने न आने से व्यापारियों ने सोमवार को बाजार बंद का आह्वान किया था, जो सफल रहा। व्यापारियों और विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने चौघानपाटा से जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल लोगों ने शासन, प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर तहसील को मल्ला महल में संचालित करने की मांग की। कहा कि तहसील को नगर से सात किमी दूर संचालित करने से कारोबार चौपट हो गया है। साथ ही इससे आम लोग भी खासे परेशान है। चेतावनी देते हुए कहा अब आर-पार की लड़ाई होगी। जल्द ही इस पर उचित निर्णय नहीं लिया गया तो आंदोलन तेज होगा।
ये रहे शामिल
व्यापार मंडल नगर अध्यक्ष सुशील साह, नगर पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, केवल सती, अजीत कार्की, दीप लाल साह, मनोज सनवाल, भीमा पवार, पूर्व पालिकाध्यक्ष शोभा जोशी, त्रिलोचन जोशी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पीतांबर पांडे, प्रकाश रावत, अमन नज्जौन।
सब्जी नहीं मिली तो दाल से ही काम चलाया
अल्मोड़ा। बाजार बंद रहने से लोग सब्जी, आटा, चावल आदि के लिए तरसे। बाजार आए मोहन सिंह ने बताया कि सब्जी खरीदनी है लेकिन बाजार बंद होने से अब दाल से ही काम चलाना पड़ेगा। सोनिया ने बताया आटा खरीदने आई थीं लेकिन बाजार बंद होने से परेशानी झेलनी पड़ रही है।
टैक्सी का संचालन होने से मिली राहत
अल्मोड़ा। टैक्सी यूनियन ने अल्मोड़ा बंद को समर्थन दिया लेकिन टैक्सियों का संचालन बंद नहीं किया, जिससे लोगों को राहत मिली। लोगों को खाने के लिए तो कुछ नहीं मिला और ना ही खरीदारी हो सकी। लेकिन टैक्सियों का संचालन होने से वे अपने घरों को रवाना हो सके। टैक्सी यूनियन के कोषाध्यक्ष बालकृष्ण जोशी ने बताया कि सभी रूटों पर टैक्सी का संचालन सुचारू रूप से हुआ।
फड़ व्यापारियों की रोजी-रोटी हुई प्रभावित
अल्मोड़ा। बंद के चलते फड़ व्यापार भी चौपट रहा। कई फड़ व्यापारियों की रोजमर्रा की कमाई से ही घर चलता है लेकिन बाजार बंद रहने से वह फड़ नहीं लगा पाए, जिससे उन्हें खासा नुकसान झेलना पड़ा। कुज्याड़ी गांव के आनंद सिंह रावत ने बताया कि वह खरीदारी करने बाजार आए थे लेकिन अल्मोड़ा बंद के चलते बगैर खरीदारी के ही लौटना पड़ रहा है। इससे भारी दिक्कतें हुई।
केस-02
कोसी निवासी केवलानंद जोशी ने बताया कि घर से बाजार खरीदारी करने पहुंचे थे लेकिन बाजार बंद रहने से वह खरीदारी नहीं कर पाए। इससे समय बर्बाद हो गया।
केस-03
खरीदारी करने पहुंचे बिमौला के भूपेंद्र सिंह ने कहा कि विरोध प्रदर्शन करना लोकतांत्रिक अधिकार है। पर बाजार बंद रखने से आम लोगों को दिक्कत झेलनी पड़ती है।
केस-04
शैल से बाजार पहुंचे नंदन सिंह भी बगैर खरीदारी के लौटे। उन्होंने कहा कि गांव से आने वाले अधिकतर लोगों को बाजार बंद की जानकारी नहीं थी।
जिससे उन्हें अधिक परेशानी झेलनी पड़ी।
जिला प्रशासन तहसील को दोबारा मल्ला महल लाने में अल्मोड़ा की जनता को गुमराह कर रहा है। यह अल्मोड़ा की जनता के लिए दुर्भाग्य है। उत्तराखंड क्रांति दल जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार से मांग करता है कि तहसील को पुन: मल्ला महल में स्थापित किया जाए। – भानु प्रकाश जोशी, विधानसभा प्रभारी, उत्तराखंड क्रांति दल, अल्मोड़ा।
व्यापारी व स्थानीय लोग तहसील को मल्ला महल में संचालित करने की मांग पर लंबे समय से संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन सरकार इस मामले में चुप है जो उसकी जनता के प्रति उदासीनता को दर्शाता है। इससे हर वर्ग के लोग परेशान हैं। सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना होगा, नहीं तो इसके गंभीर परिणाम सामने आएंगे। – बिट्टू कर्नाटक, वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष, कांग्रेस।

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