रुद्रपुर। नए साल का जश्न मनाने बौर जलाशय जा रहे हैं तो आपको वहां लजीज पकवानों का स्वाद भी मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि नौ साल पहले बनाए गए रेस्टोरेंट, कॉटेज, हट्स, स्वीमिंग पूल अब गुलजार हो गए हैं। पर्यटकों को सुविधाएं देने के लिए पर्यटन विभाग ने 14 करोड़ रुपये की लागत इनका निर्माण किया है। पर्यटन विभाग की ओर से इसे पीपीपी मोड में संचालित कर दिया गया है। विभाग को इससे हर साल साढ़े दस लाख रुपये की आय होगी। गूलरभोज में 13 डिस्ट्रिक्ट 13 डेस्टिनेशन में शामिल बौर जलाशय को विकसित करने और सैलानियों की सुविधा के लिए वर्ष 2013 में करोड़ों की लागत से निर्माण कराए गए थे। पिछले नौ सालों से इन सुविधाओं का लाभ सैलानियों को नहीं मिल पा रहा था। इन भवनों में गतिविधियां नहीं होने से वीरानी छायी हुई थी।
पिछले वर्ष बिल्डिंग को पीपीपी मोड में संचालित करने के लिए टेंडर निकाले गए थे लेकिन टेंडर के दाम अधिक होने पर किसी ने भी बिल्डिंग को पीपीपी मोड पर लेने की रुचि नहीं दिखाई। इस वर्ष दोबारा विभाग की ओर से पहल की गई और थोड़े कम रुपये के टेंडर निकाले गए। स्थानीय लोगों ने इसे चलाने का काम लिया गया है और रेस्टोरेंट चलाने व कॉटेजों की देखभाल करने के लिए आठ लोगों को रोजगार भी दिया है। बौर जलाशय के पास बनाए गए रेस्टोरेंट, कॉटेज आदि को पीपीपी मोड में दे दिया गया है। इससे पर्यटन विभाग को सालाना साढ़े 10 लाख रुपये की आय होगी। इसके साथ ही सैलानियों को भी रहने व खाने की सुविधा मिल सकेगी। नए साल में बौर जलाशय में काफी रौनक देखने को मिलती है। – पीके गौतम, जिला पर्यटन अधिकारी।
बौर जलाशय के पास नौ साल बाद पर्यटकों को मिल रही रहने-खाने की सुविधा
RELATED ARTICLES