नैनीताल। प्लास्टिक को लेकर हाईकोर्ट के आदेश के बाद कई कंपनियों का सामान राज्य के बाजारों में प्रतिबंधित होने की स्थिति में है। वहीं बाजार से प्लास्टिक हटाने को लेकर प्रशासन भी चिंतित है। ऐसे में अब नैनीताल जिले में केदारनाथ धाम की तर्ज पर डिपॉजिट रिफंड सिस्टम से प्लास्टिक निस्तारण की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए जिला प्रशासन हैदराबाद की एक कंपनी से करार करने जा रहा है। हाईकोर्ट ने प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने के लिए सरकार और जिला प्रशासन को व्यापक दिशा-निर्देश दिए हैं। नैनीताल जिले को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए जिला प्रशासन केदारनाथ धाम की तर्ज पर योजना बना रहा है। योजना के अनुसार दुकानों में पहुंचने से पहले हर उत्पाद पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा। स्कैन कोड वाले उत्पाद के खाली रैपर या बोतल को जब ग्राहक दुुकानदार को वापस करेगा तो दुकानदार तय मूल्य ग्राहक को देगा। योजना की मॉनिटरिंग क्यूआर कोड की मदद से होगी।
जिले के शहरी क्षेत्रों में शुरू होगी योजना
पहले चरण में योजना नैनीताल जिले के नैनीताल, हल्द्वानी, भवाली और भीमताल समेत शहरी क्षेत्रों के बाजारों में लागू की जाएगी। इसमें बिस्कुट, चिप्स के रैपर, शराब की बोतल, चाकलेट, मैगी रैपर, पानी की बोतलें, दूध और दही के पैकेट समेत बड़े ब्रांड के उत्पादों के रैपर को शामिल किया गया है।
कोट –
हैदराबाद की कंपनी से प्लास्टिक निस्तारण के लिए बात हुई है। कंपनी की ओर से पहले चरण में बाजारों में उत्पादों का सर्वे होगा। योजना की रूपरेखा तैयार की जा रही है। योजना के तहत जगह जगह कलेक्शन सेंटर बनाए जाएंगे। पहले शहरी इलाकों में इस व्यवस्था को लागू करेंगे। उसके बाद ग्रामीण इलाकों में। इससे काफी हद तक प्लास्टिक का निस्तारण हो सकेगा। – धीराज सिंह गर्ब्याल, डीएम नैनीताल।
नैनीताल में डिपोजिट रिफंड सिस्टम से होगा प्लास्टिक निस्तारण
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