Thursday, October 31, 2024
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खटीमा बाईपास बनाने का सपना आज पूरा हो गया: धामी

खटीमा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि खटीमा बाईपास का श्रेय जनता का है। यहां की जनता ने उन्हें 2012 में विधायक चुना। तब से ही खटीमा बाईपास बनाने का सपना था। यह आज पूरा हो गया। विधायक बनने पर बाईपास का मसौदा केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट के प्रयास से केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष पहुंचा। तब बाईपास के लिए 25 करोड़ मिले। इससे सितारगंज रोड से नगर के मुख्य चौराहे से टनकपुर रोड निर्माण एनएचएआई की ओर से किया गया। हालांकि बाईपास निर्माण की योजना तब थारू और गैर थारू भूमि विवाद के चलते परवान नहीं चढ़ सकी। इसके लिए फिर से प्रस्ताव भेजा गया था।
उन्होंने कहा कि बाईपास निर्माण कार्य में कौमी एकता की मिशाल कायम हुई। आपसी रजाबंदी से मूल काश्तकार व कब्जेदारों में सहमति बनी और भूमि का एनएच को हस्तांतरण हुआ। सीएम धामी ने कहा कि इस कार्य में शासन-प्रशासन और जन प्रतिनिधियों का पूरा योगदान रहा। वर्ष 2012 से बाईपास का सपना 2022-23 में पूरा हो सका। उन्होंने भारामल बाबा मंदिर के सौंदर्यीकरण, नागरिक अस्पताल, शारदा में घाट निर्माण, एकलव्य विद्यालय, केंद्रीय विद्यालय, रोडवेज स्टेशन आदि विकास कार्यों की समीक्षा करने के भी निर्देश दिए।
ससुराल पहुंचे सीएम, ससुर चड्ढा का जाना हाल
खटीमा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी ससुराल श्रीपुर बिचुवा पहुंचे। उन्होंने ससुर रमेश सिंह चड्ढा सहित अन्य मित्रजनों की कुशलक्षेम पूंछी। बाद में वह पार्टी कार्यकर्ता प्रेम सिंह पोखरिया के आवास पर पहुंचे। वरिष्ठ व्यवसायी जगदीश प्रसाद गोयल, भाजपा नेता कैलाश मनराल के घर भी पहुंचे। उन्होंने मनराल के छोटे भाई रवींद्र मनराल (नब्बू) के निधन पर दुख व्यक्त किया।
पूर्व सैनिकों ने सौंपा ज्ञापन
खटीमा। पूर्व सैनिक संगठन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर खटीमा में सैनिक मिलन केंद्र निर्माण के लिए धन अवमुक्त कराने की मांग की। केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट को सौंपे गए ज्ञापन में एक्सटेंडेट सीएसडी कैंटीन के पूर्ण कैंटीन का दर्जा दिलाने की मांग की है। पूर्व सैनिक संगठन के अध्यक्ष कैप्टन गंभीर सिंह धामी के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपने वालों में पूर्व सैनिक संगठन जिलाध्यक्ष सूबेदार मेजर खड़क सिंह कार्की, कैप्टन ठाकुर सिंह खाती, राजेंद्र अधिकारी, होशियार सिंह बोहरा, दान सिंह बोहरा, धर्म सिंह बिष्ट आदि थे।
मंजू घास की टोपी पहनी
खटीमा। लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मूंज घास से बनी टोपी व उत्पाद भेंट किए। गंगा स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष जानकी गोस्वामी ने मशरूम भेंट किए।
धामी ने खटीमा के प्रति अपना स्नेह, प्रेम नहीं छोड़ा: भट्ट
खटीमा। केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट ने कहा कि पुष्कर सिंह धामी ने खटीमा के प्रति अपना स्नेह, प्रेम नहीं छोड़ा। वह हर बार खटीमा आते हैं और समस्या का समाधान करते हैं। पीएम मोदी तीसरी बार रेटिंग में भी नंबर एक पर आए हैं। वह कभी किसी के खिलाफ नहीं बोले। यह भी कहा कि नेपाल मेरी ससुराल है। रोटी-बेटी का रिश्ता है। नेपाल को भारत से जोड़ने के लिए सड़क स्वीकृत हो गई है जिसका नेपाल की ओर से काम शुरू हो गया है। जल जीवन मिशन के अंतर्गत 1100 करोड़ रुपये ऊधमसिंह नगर जिले के लिए और एक हजार करोड़ रुपये नैनीताल जिले के लिए दिए गए हैं।
ये रहे मौजूद
भाजपा जिलाध्यक्ष कमल जिंदल, रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा, पूर्व विधायक डॉ. प्रेम सिंह राणा, किसान आयोग के उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, डीएम युगल किशोर पंत, एसएसपी मंजूनाथ, सीडीओ विशाल मिश्रा, एडीएम जय भारत सिंह, एसडीएम रविंद्र बिष्ट, तहसीलदार शुभांगिनी, सीओ वीर सिंह, कोतवाल नरेश चौहान, भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य वरुण अग्रवाल, मंडी चेयरमैन नंदन सिंह खड़ायत, हिमांशु बिष्ट, मन्नू महर, रोहितास गोयल, गोपाल बोरा, किशन सिंह किन्ना। आदि।
गदरपुर बाईपास
काशीपुर से रुद्रपुर के बीच स्थित यह बाईपास 170 करोड़ रुपयों की लागत से बना है। इसकी लंबाई 8.8 किलोमीटर है। यह चार लेन का यह रास्ता है। अब गदरपुर शहरी क्षेत्र में लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। काशीपुर से रुद्रपुर और सितारगंज की यात्रा सुगम होगी।
खटीमा बाईपास
यह 94.58 करोड़ की लागत से 8.225 किमी लंबा टूलेन विद पेव्ड शोल्डर बाईपास है। इससे बनबसा, टनकपुर, पिथौरागढ़, चंपावत, लोहाघाट व धारचूला के साथ ही पड़ोसी देश नेपाल के लोगों को इसका लाभ मिलेगा। दिल्ली, देहरादून व हरिद्वार को जाने वाले लोग अब कम समय में सफर तय कर सकेंगे। खटीमा बाइपास निर्माण कार्य सबसे कठिन था। इस कार्य में सीएम का भरपूर सहयोग मिला। अलग से रिवार्ड करवाया और सीएम तथा प्रशासन ने सभी कठिनाइयों का समाधान कराया। दोनों बाइपास निर्माण कार्य को पूरा कर जनता को समर्पित किया जा रहा है। – सीके सिन्हा, रीजनल ऑफिसर, एनएचएआई

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