जेई-एई परीक्षा पेपर लीक होने के बाद अभ्यर्थी भी दो गुटों में बंट गए हैं। बुधवार को दूसरे गुट के अभ्यर्थियों ने लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर जेई-एई की परीक्षा निरस्त करने की मांग की। कहा कि सेग्रीगेशन से सभी नकलचियों के नाम आना संभव नहीं है इसलिए परीक्षा को निरस्त कर दोबारा से कराई जाए। आयोग के सचिव को ज्ञापन भी सौंपा है। जेई-एई की परीक्षा लीक होने के बाद से अभ्यर्थियों में हड़कंप मचा हुआ है। अब परीक्षा दोबारा होगी या नहीं, इसको लेकर आयोग के फैसले पर सबकी निगाह है। अभ्यर्थी भी दो गुटों में बंट गए हैं। सोमवार को अभ्यर्थियों के एक गुट ने लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। कहा कि लोक सेवा आयोग की ओर से जेई-एई की परीक्षा को जल्दबाजी में निरस्त करने का निर्णय न लिया जाए। जांच के बाद ही कोई निर्णय लिया जाए क्योंकि परीक्षा निरस्त होने से उनकी मेहनत से की गई तैयारी बेकार हो जाती है। अभ्यर्थियों ने नकलचियों का सेग्रीगेशन करने के बाद लिखित परीक्षा का दोबारा से रिजल्ट जारी करने की मांग की थी।
बुधवार को अभ्यर्थियों का दूसरा गुट लोक सेवा आयोग भवन के बाहर पहुंचा। उसने परीक्षा को निरस्त करने के लिए प्रदर्शन किया। कहा कि सेग्रीगेशन से भी परीक्षा की निष्पक्षता नहीं रहेगी इसलिए परीक्षा का निरस्त करना ही युवाओं के हित में रहेगा। दोबारा से पारदर्शिता के साथ परीक्षा कराई जाए। अभ्यर्थियों की मांग पर लोक सेवा आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत ने युवाओं को मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया।
हरिद्वार: लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
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