पंतगनर। जीबी पंत कृषि विश्वविद्यालय के मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय की ओर से अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत कुमाऊं के 50 प्रगतिशील मत्स्य पालकों को मत्स्य पालन की उन्नत तकनीके, मूल्य सवंर्धन व प्रसंस्करण पर प्रशिक्षण दिया गया। पांच दिवसीय इस प्रशिक्षण में वैज्ञानिकों ने मत्स्य पालन की उन्नत तकनीकों जैसे पुनरावर्ती जलजीव पालन, बायोफ्लॉक, एक्वापोनिक्स, एक्वा मिमिक्री तथा अन्य वैज्ञानिक विधाओं जैसे समन्वित मत्स्य पालन, ट्राउट पालन, मत्स्य आहार एवं पोषण, रोग प्रबंधन, उत्पाद प्रसंस्करण आदि की जानकारी दी गई। साथ ही प्रक्षेत्र भम्रण कराकर विभिन्न शोध गतिविधियों से मत्स्य पालकों को अवगत कराया गया।
प्रशिक्षण में मत्स्य पालकों को उत्तराखंड के मत्स्य विभाग की ओर से विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं विशेषकर प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय की डीन डॉ. मालविका दास, डॉ. आशुतोष मिश्रा, डॉ. अवधेश कुमार, डॉ. विपुल गुप्ता, डॉ. राजेश, डॉ. अनूप कुमार, डॉ. आकांक्षा खाती आदि ने व्याख्यान दिए। वहां मत्स्य विभाग के उपनिदेशक मत्स्य प्रमोद कुमार शुक्ल, सहायक निदेशक संजय छिम्वाल, ज्येष्ठ मत्स्य निरीक्षक रविंद्र कुमार, शिखा आर्या, त्रिभुवन मौर्या, मोहन किरोला, दीपा डॉर्बी, दीपा बुधलकोटी, फिशरमैन लाल आदि थे।
मत्स्य पालकों को उन्नत तकनीक का प्रशिक्षण दिया
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