हल्द्वानी। पटवारी-लेखपाल भर्ती परीक्षा को लेकर परीक्षार्थियों ने असंतोष जताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्र में ओएमआर शीट और प्रश्नपत्र अलग-अलग मिले हैं जबकि ये एक में ही होने चाहिए। 12 फरवरी को हल्द्वानी के कई केंद्रों पर पटवारी-लेखपाल परीक्षा का आयोजन हुआ। परीक्षा देने के बाद बाहर आए परीक्षार्थियों ने बताया कि उन्हें ओएमआर शीट और प्रश्नपत्र अलग-अलग दिए गए हैं, जबकि परीक्षा के नियम 14 के तहत ये एक साथ मिलते हैं। प्रश्नपत्र के अंदर ओएमआर शीट होती है और वह सील होता है, जिसे परीक्षार्थी ही खोलता है। उन्हाने आक्रोश जताते हुए कहा कि जब इस मसले को उठाया गया तो परीक्षा केंद्र में मौजूद आयोजकों की ओर से कोई संतोषजनक जबाव नहीं दिया गया। एक परीक्षार्थी ने यहां तक बताया कि प्रश्न पत्र और ओएमआर शीट की कोई पैकिंग ही नहीं थी। सबको फाइलों में डंप करके लाए और बांट दिया। बताया कि परीक्षार्थियों की ओर से इस बात को उठाए जाने के बाद भी वहां कोई अधिकारी नहीं आया और परीक्षार्थियों को बताया गया कि प्रश्नपत्र और ओएमआर शीट ऐसे ही आए हैं।
इस बार कठिन पेपर से परीक्षार्थी मुरझाए
हल्द्वानी। पटवारी-लेखपाल की परीक्षा देकर आए परीक्षार्थियों ने कहा कि इस बार प्रश्नपत्र पिछली बार की अपेक्षा कठिन आए हैं। कई परीक्षार्थियों ने बताया कि पिछली बार उन्हें उम्मीद थी कि उनका चयन हो जाएगा लेकिन इस बार कुछ नहीं कहा जा सकता है। बताया कि शासन ने परीक्षा को जल्दबाजी में आयोजित किया है। परीक्षा केंद्र में ओएमआर शीट और प्रश्नपत्र मिले हैं। इसकी जानकारी परीक्षा केंद्र में मौजूद व्यस्थापकों को दी गई लेकिन उन्होंने बताया कि ये ऐसे ही आए हैं। – मोहित कुमार, रुड़की।
ओएमआर शीट और प्रश्नपत्र अलग-अलग मिले हैं। जबकि ये एक ही में आने चाहिए। इस ओर ध्यान दिया जाना चाहिए। हमें पता चला है कि अन्य परीक्षा केंद्रों में भी यही हुआ है। – नाजिम
ये समस्या हर जगह थी। ओएमआर शीट और प्रश्नपत्र अलग-अलग मिले थे। इनकी कोई पैकिंग भी नहीं थी। फाइलों में डंप करके ओएमआर शीट और प्रश्नपत्र को लाए थे। – दीपक कुमार, रुड़की
ओएमआर शीट गलत मिली थी। मेरा रोल नंबर भी इस वजह से गलत हो गया है। शासन ने ये परीक्षा जल्दबाजी में करायी है। -रितिक कोहली, गरुड़
पिछली बार पेपर ईजी आया था। इस बार कठिन आया था। नकल विराेधी कानून भी नाम का है। राज्य सरकार केवल कानून बना रही है। युवाओं के बारे में कुछ नहीं सोच रही है। – प्रशांत, रामनगर
नकल विरोधी कानून सही है। पिछली बार की अपेक्षा इस बार पेपर कठिन आया था। – कनक बिष्ट, हल्द्वानी
शासन ने परीक्षा जल्दबाजी में करायी है। इस बार का प्रश्नपत्र पिछले बार के मुकाबले काफी कठिन था। पेपर लीक होने से बहुत नुकसान हुआ है। पिछली बार ज्यादा उम्मीद थी। – अजय नेगी, नैनीताल
आयोग के पास पिछली बार समय था इसलिए बकायदा पैकिंग करके ओएमआर शीट और बुकलेट को एक करके दिया गया था। इस बार आयोग पास समय नहीं था। 24 की संख्या में सील करके प्रश्नपत्र और ओएमआर शीट आए थे। – शिवचरण द्विवेदी, एडीएम, नैनीताल (नोडल अधिकारी)
नैनीताल: ओएमआर शीट खुली मिलने पर भड़के परीक्षार्थी
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