हल्द्वानी। भारी व्यावसायिक वाहनों को दोपहिया वाहन में दर्शाकर बीमा कराने पर परिवहन विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। आरटीओ (संचालन) ने 528 वाहनों को ब्लैक लिस्ट कर दिया है। संबंधित बीमा कंपनियों पर भी कार्रवाई की जा रही है। अगस्त 2022 में भारी व्यावसायिक वाहनों के बीमा कराने में गड़बड़ी का प्रकरण सामने आया था। आरटीओ (संचालन) संदीप सैनी ने इस मामले की जांच के लिए एआरटीओ (संचालन) विमल पांडे को अधिकृत किया। जांच के दौरान जांच अधिकारी ने बीमा कंपनियों को सत्यापन के लिए लिखा लेकिन एक कंपनी को छोड़कर बाकी किसी से भी जवाब नहीं आया।
कंपनी की ओर से जानकारी साझा करने पर पता चला कि उक्त वाहन स्वामियों ने भारी वाहन होने के बाद भी वाहनों का बीमा दोपहिया वाहन में गलत तरीके से करवा दिया था। यही नहीं परिवहन विभाग के वाहन 4.0 सॉफ्टवेयर में भी बीमा कंपनी की ओर से गलत जानकारी को अपलोड कर दिया गया। इसके सापेक्ष में वाहन स्वामियों ने कार्यालय में वाहन रिलीज, फिटनेस, परमिट जैसे काम करवाए। उक्त मामले में कार्रवाई करते हुए आरटीओ (संचालन) संदीप सैनी ने गलत तरीके से बीमा कराने वाले 528 वाहनों को ब्लैक लिस्ट कर दिया। एआरटीओ (संचालन) विमल पांडेय ने सभी वाहन स्वामियों को नोटिस भेजा है। उनसे एक सप्ताह में जवाब मांगा है। जवाब नहीं देने पर आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। जवाब न देने वाली बीमा कंपनियों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
बीमा एजेंट से लेकर कंपनी तक शक के दायरे में
हल्द्वानी। वाहनों के फर्जी बीमा के खेल में आरटीओ प्रशासन के रडार पर बीमा कंपनियों से लेकर बीमा एजेंट तक हैं। प्रकरण में बीमा कंपनियों की मिलीभगत भी सामने आ रही है। जांच आगे बढ़ने पर इसमें बीमा एजेंट भी शक के दायरे में हैं। माना जा रहा है कि बीमा एजेंट रुपये लेने के बाद वाहन स्वामी को फर्जी कागज पकड़ा देते होंगे।
खनन में लगे करीब 9700 वाहन की हो सकती है जांच
हल्द्वानी। आरटीओ हल्द्वानी क्षेत्र के अंतर्गत करीब 9700 खनन वाहन हैं। अभी जिन 528 वाहनों की जांच की गयी, उनको रेंडमली चुना गया था। इसके बाद जब फर्जीवाड़ा सामने आया तो आरटीओ प्रशासन भी हैरान रह गया। अब जांच को आगे बढ़ाकर अन्य खनन वाहनों के बीमा की भी जांच किए जाने की संभावना है। आरटीओ प्रशासन कह रहा है कि जांच अभी और आगे बढ़ेगी।
सॉफ्टवेयर में कमी का उठाया फायदा
हल्द्वानी। परिवहन विभाग के सॉफ्टवेयर में कमी का फायदा उठाकर ये काला कारनामा किया गया है। समस्या दूर करने के लिए परिवहन विभाग ने निर्णय लिया है कि भविष्य में कार्यालय में आने वाले सभी आवेदकों से वाहन के किसी भी काम के लिए स्क्रूटनी किए जाने पर मूल बीमा पॉलिसी डॉक्यूमेंट अपलोड करवाया जाएगा। कार्यालय में वेरीफाई कर वापस किया जाएगा।
कोट — जांच के बाद 528 वाहन के बारे में पता चला है। जिनका फर्जी तरीके से बीमा कराया गया है। ऐसे वाहनों को ब्लैक लिस्ट करवा दिया गया है। साथ ही बीमा कंपनियों पर भी कार्रवाई की जा रही है। – संदीप सैनी, आरटीओ, प्रशासन, हल्द्वानी
बीमा में फर्जीवाड़ा, 528 वाहन ब्लैक लिस्ट
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