लोकसभा, विधानसभा हो या फिर निकाय-पंचायत के आम चुनाव, आज के दौर में धनबल के आधार पर भी टिकट मिलता है और इसी के दम पर प्रत्याशी चुनाव लड़ते हैं। विधानसभा चुनाव 2022 में भी धनबल का खेल खूब चला है। विधायक बनने के सपने संजोए 27 प्रत्याशियों ने आचार संहिता लागू होने से लेकर प्रचार थमने के महज 22 दिनों में डेढ़ करोड़ से अधिक खर्च किए हैं। खर्च करने के मामले में महिला प्रत्याशी भाजपा की चंद्रा पंत ने सभी पुरुष प्रत्याशियों को पीछे छोड़ा है। उन्होंने प्रचार-प्रसार में सर्वाधिक 26 लाख खर्च किए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी मयूख महर धन खर्च करने के मामले में जिले में दूसरे नबंर पर रहे हैं। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी पंत से महज 26 हजार 88 रुपये कम खर्च किए हैं।
जिले की धारचूला विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी हरीश धामी धन खर्च करने के मामले में तीसरे स्थान पर हैं। जनपद की चार विधानसभा सीटों में रैली, जनसभाओं में रोक के बावजूद 27 प्रत्याशियों ने चुनाव प्रचार-प्रसार में जमकर धन बहाया है। दरअसल चुनाव प्रचार के दौरान प्रचार सामाग्री से लेकर कार्यकर्ताओं के चाय-नाश्ते, रैली, वाहनों पर होने वाले खर्च का लेखा-जोखा प्रत्याशियों को प्रशासन को देना होता है।
जिला प्रशासन की वेबसाइट से मिली जानकारी के मुताबिक नामांकन के बाद से लेकर प्रचार-प्रसार खत्म होने तक इन प्रत्याशियों ने 1करोड़ 60 लाख 86 हजार 834 की धनराशि खर्च की है। इनमें सबसे अधिक धनराशि पिथौरागढ़ विधानसभा सीट की भाजपा प्रत्याशी चंद्रा पंत ने किया है। उन्होंने 26 लाख 25 हजार 948 रुपये अपना खर्च दिखाया है। धन खर्च करने के मामले में दूसरे नंबर पर इसी सीट के कांग्रेस प्रत्याशी मयूख महर हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार में 25लाख 99 हजार 860 रुपये खर्च किए हैं। इस तरह उन्होंने भाजपा प्रत्याशी से महज 26 हजार 88 रुपये कम खर्च किए हैं। तीसरे नंबर पर धारचूला विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी हरीश धामी ने 18 लाख 94 हजार 856 रुपये खर्च किए हैं। हालांकि अंतिम चुनावी खर्च की एक और सूची जारी होगी। मतदान का परिणाम आने के एक महीने के भीतर प्रत्याशियों को अपना अंतिम चुनावी खर्च जमा करना होगा।
विधायक बनने को 27 प्रत्याशियों ने 22 दिन में बहाए डेढ़ करोड़ से अधिक
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