ट्रंचिंग ग्राउंड से उठ रहे जहरीले धुएं से लाखों की आबादी प्रभावित है। दो दर्जन से ज्यादा स्कूलों के 9 हजार से ज्यादा बच्चे भी सीधे प्रभावित हो रहे हैं। जिन्हें सुबह-सुबह जहरीले धुएं में सांस लेते हुए स्कूल जाना पड़ रहा है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि इससे बच्चे घातक बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं।
वनभूलपुरा क्षेत्र के जीजीआईसी वनभूलपुरा, जीआईसी वनभूलपुरा, राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय, राजकीय प्राथमिक विद्यालय इंदिरा नगर समेत दो प्राइवेट स्कूल के करीब 2200 से ज्यादा अपने घरों व स्कूल में दिन रात जहरीला धुआं झेल रहे हैं। इसके अलावा गौजाजाली स्थित शिशु भारती स्कूल, रेनबो एकेडमी, हिमालय इंटर कॉलेज, दून इंटर कॉलेज, ग्रीन सिटी पब्लिक स्कूल, उच्चतर माध्यमिक स्कूल, शिशु मंदिर के करीब 5 हजार से ज्यादा बच्चे जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। हरिपुर पूर्णानंद गांव में चिल्ड्रन वैली, जीजीआईसी गोरापड़ाव समेत एक इंटर व प्राइमरी स्कूल के 11 सौ से ज्यादा बच्चे सीधे इसकी चपेट में हैं। इधर गौलापार में सोमवार सुबह से धुंध छाई रही। जिसके चलते ट्रंचिंग ग्राउंड के आसापास के नैब, सर स्टीफन हॉकिंन स्कूल, प्राइमरी स्कूल के करीब 1200 से ज्यादा बच्चे परेशान रहे। मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के बाल रोग विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रितु रखोलिया ने बताया कि ट्रंचिग ग्राउंड से उठने वाला धुएं में कई जहरीली गैस शामिल हैं। इनसे बच्चों में सांस संबंधी घातक बीमारियों का खतरा हो सकता है।
9 हजार से ज्यादा स्कूल बच्चों की सेहत पर संकट
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