हल्द्वानी। आप कुछ समय बाद हल्द्वानी बाजार को कुमाऊंनी संस्कृति के रंग में रंगा पाएंगे। हल्द्वानी बाजार को जयपुर की तरह ही अलग पहचान मिलेगी। यहां आनेे वाले सैलानियों और स्थानीय लोगों को अब यहां का बाजार ने रूप रंग में दिखेगा। गौला के पत्थरों से बाजार की दुकानों का फसाट (फ्रंट) समान रूप से बनाया जाएगा। शहर की बिजली और पानी की लाइनें भूमिगत की जाएंगी। जिला प्रशासन ने हल्द्वानी बाजार को कुमाऊंनी संस्कृति के साथ ही कुमाऊंनी शैली से विकसित करने के लिए सर्वे शुरू कर दिया है।
नैनीताल की बाजार को पर्वतीय शैली में बदलने के बाद अब हल्द्वानी बाजार का भी उसी तर्ज पर सौंदर्यीकरण किया जाएगा। डीएम के आदेश के बाद आवास विभाग, शहरी निदेशालय, पर्यटन और जिला योजना से हल्द्वानी बाजार का कायाकल्प करने की तैयारी है। वर्तमान में हल्द्वानी बाजार में पहुंचते ही पुराने भवनो, बेतरतीब बिछीं बिजली, पानी की लाइनों आदि से आपका सामना होता है। अब इसका कायाकल्प होने जा रहा है। बाजार के हिसाब से अलग-अलग डिजायन में बाजार का सौंदर्यीकरण करने की तैयारी है। डीएम धीराज गर्ब्याल ने बताया कि अलग-अलग बाजारों को अलग-अलग डिजायन में विकसित किया जाएगा। कहीं पर्वतीय शैली, गौला के पत्थरों से बाजार को सजाया और संवारा जाएगा।
ये काम होगा
- सभी दुकानों का फसाट (फ्रंट) एक जैसा किया जाएगा।
- बिजली, टेलीफोन, केबिल भूमिगत होगी।
- सड़कों के किनारे फुटपाथ बनाए जाएंगे।
- फड़-ठेली खड़ा करने के लिए सड़क किनारे स्थान बनाए जाएंगे।
इन मार्गों पर होगा काम - कालूसाई मंदिर से ओके होटल तक।
- तिकोनिया चौराहे से बरसाती नहर होते हुए रोडवेज बस अड्डे तक।
- रेलवे बाजार
- बेस अस्पताल से रामलीला मैदान तक।
- साहूकारा लाइन से ताज चौराहे तक।
रामनगर के नंदा मार्केट का भी होगा कायाकल्प
हल्द्वानी। रामनगर के नंदा मार्केट का भी कायाकल्प करने की तैयारी है। इसका सर्वे पूरा हो गया है। डीएम धीराज गर्ब्याल ने आवास विभाग को डीपीआर भेजकर बजट मांगा है। इस बाजार को माडर्न तकनीक पर विकसित किया जाएगा।
बेस अस्पताल का भी होगा कायाकल्प
हल्द्वानी। नैनीताल के बीडी पांडे की तर्ज पर हल्द्वानी बेस अस्पताल का भी सौंदर्यीकरण किया जाएगा। बेस अस्पताल के शौचालय, दीवार, बैठने के लिए भी व्यवस्था की जाएगी।