Friday, November 1, 2024
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शहरी विकास के लिए नगर निगम की कवायद हुई तेज

हल्द्वानी। शहर के तहसील और एसडीएम परिसर में बहुमंजिली इमारत बनेगी। तहसील में पीपी मोड पर पार्किंग के साथ आडिटोरियम बनाया जाएगा ताकि शहर का सांस्कृतिक विकास किया जा सके। इसके अलावा नहर कवरिंग कर साइकिल ट्रैक, फसाड के माध्यम से बाजार का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इस मामले में मेयर की अध्यक्षता में टीसीई (टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स) और यूयूसडा (उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलपमेंट यूनिट) अन्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। मेयर डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला ने काठगोदाम में बैठक के बाद बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शहर के विकास के लिए दो हजार करोड़ रुपये की सौगात दी है। इस धन से शहर में बस स्टैंड, लाइब्रेरी, तहसील परिसर और एसडीएम कार्यालय बहुमंजिला भवन निर्माण के साथ एक बेहतरीन मॉडल तैयार किया जाएगा। तहसील की बहुमंजिली इमारत में सरकारी कार्यालय भी होंगे। भू तल पर बस स्टैंड को मल्टी स्टोरी बनाया जाएगा ताकि बस स्टैंड के साथ पार्किंग की समस्या का समाधान हो सके।
पेयजल के लिए टैंकों का होगा निर्माण
शहर में पानी की बढ़ती मांग और कमी को देखते हुए पेयजल निगम और यूयूसडा समन्वय कर शीघ्र रिपोर्ट तैयार करेंगे। इसमें जमरानी पेयजल योजना को भी ध्यान में रखा जाएगा। शहर की जल वितरण प्रणाली को मजबूत करने के लिए टैंकों का निर्माण कराया जाएगा। इस मामले में चार जून को नगर निगम और संबंधित विभागों की बैठक की जाएगी।
साइकिल ट्रैक और फुटपाथ भी बनेगा
बैठक में टीसीई के इंजीनियर्स विभागों से समन्वय स्थापित कर मुख्य सड़कों के चौड़ीकरण, चौराहों और पार्कों के सौंदर्यीकरण की रिपोर्ट तैयार करेंगे। रिपोर्ट में लोनिवि अधिकारियों के सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा। शहर के बाहरी तरफ की सड़कों का चौड़ीकरण किया जाएगा ताकि पर्यटक नैनीताल बेरोकटोक जा सके। शहर के अंदर नहर कवरिंग कराया जाएगा ताकि पार्किंग, फुटपाथ और साइकिल ट्रैक बनाया जा सके। शहर के 11 चौराहों का चौड़ीकरण के साथ सौंदर्यीकरण किया जाएगा। शहर का सौंदर्यीकरण कुमाऊंनी शैली में किया जाएगा। सीवरेज के लिए हल्द्वानी के पुराने नगर निगम के क्षेत्र को छोड़कर नए निगम क्षेत्र की योजनाएं तैयार की जा रही हैं। शहर के अधिक जन घनत्व वाले क्षेत्रों को सीवर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। नया एसटीपी जल निगम के अधिगृहित 49.5 हेक्टेयर क्षेत्र के लिए प्रस्तावित होगा। सीवरेज और सेप्टेज मैनेजमेंट के लिए टीसीई की टीम उपयुक्तता का परीक्षण कर डीपीआर तैयार करेगी। जल भराव के मामले में सिंचाई विभाग ड्रैनेज योजना शीघ्र तैयार करने वाला है। इस मामले में मेयर ने दो जून को सिंचाई विभाग के अभियंताओं और क्षेत्रीय लोगों के साथ बैठक का आयोजन किया है। बैठक में नगर निगम के अलावा सिंचाई विभाग, जल संस्थान, टीसीई के इंजीनियर्स ने गंभीरता से विचार किया।

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