चमोली पुलिस ने पतंजलि चारे के नाम पर हजारों रुपये की साइबर ठगी करने वाले दो लोगों को बिहार से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अभियुक्तों ने बताया कि उनका गिरोह पूरे देश में फैला है, जो लोगों से पतंजलि चारे के नाम पर ऑनलाइन ठगी करता है। सात अक्तूबर वर्ष 2021 को जोशीमठ के भ्यूंडार गांव निवासी संजय सिंह चौहान ने गोविंदघाट थाने में लिखित तहरीर दी कि उनके पिता देवेंद्र चौहान ने ऑनलाइन पतंजलि चारा मंगवाने के लिए गूगल पर सर्च किया तो उन्हें डा. सुनील गुप्ता नाम के व्यक्ति का मोबाइल नंबर मिला।
गाय का चारा दिए गए पते पर नहीं पहुंचाया
देवेंद्र ने उस मोबाइल नंबर पर फोन कर चारे के बारे में जानकारी मांगी, जिस पर उनसे चारे की डिलीवरी के लिए 9,860 रुपये मांगे गए। साथ ही 5100 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस और 25000 रुपये सिक्योरिटी के तौर पर मांग की गई। उन्होंने इसका भुगतान गूगल पे के माध्यम से कर दिया। इसके बाद अभियुक्तों की ओर से चारे की डिलीवरी के लिए फिर से 17220 रुपये की डिमांड की गई, जिसका भुगतान पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड पंजाब नेशनल बैंक बहादराबाद हरिद्वार की शाखा के नाम पर किया गया। कुल 57180 रुपये का भुगतान करने के बावजूद भी गाय का चारा दिए गए पते पर नहीं पहुंचाया गया।
शिकायत के आधार पर थाना गोविंदघाट में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी श्वेता चौबे ने अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए एक संयुक्त टीम गठित की। टीम ने घटना में प्रयुक्त बैंक खातों और शिकायतकर्ता से प्राप्त धनराशि की जानकारी प्राप्त की।
अभियुक्तों के पटना बिहार में छिपे होने की सूचना मिली, जिस पर तत्काल टीम को बिहार रवाना किया गया। पुलिस ने दो अभियुक्त परमानंद, निवासी भगवान गंज व राजा बाबू, निवासी-भगवान गंज को भगवानगंज पटना से गिरफ्तार कर उत्तराखंड ले आई।
ग्रुप का लीडर आजाद रहता है बिहार में
पुलिस की पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उनका संगठित गिरोह देशभर में कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है। राजा बाबू ने बताया कि वह खाता खुलवाने व मोबाइल नंबर को लिंक करवाने के मुख्य एजेंट के रूप में कार्य करता है। उनके ग्रुप का लीडर आजाद है, जो नालंदा बिहार का रहने वाला है। वे ग्रुप के अन्य लोगों के साथ मिलकर लोगों को पतंजलि चारा व अन्य सामग्री भिजवाने के नाम पर ठगी करते हैं। पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने कहा कि आजाद की गिरफ्तारी के लिए नालंदा बिहार में दबिश दी जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कंपनी व बैंक का कस्टमर केयर नंबर न ढूंढे। वहीं एसपी ने सराहनीय कार्य पर टीम को 2500 रुपये नकद पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की।
पूरे देश में सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश, उत्तराखंड पुलिस ने बिहार से किया दो को गिरफ्तार
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