काशीपुर। ड्रग एजेंसी के मैनेजर ने मालिक की बीमारी का फायदा उठाकर लगभग 15 लाख रुपये हड़प लिए। फर्म स्वामी की पत्नी ने आरोपी और उसके भाई के खिलाफ एसएसपी के आदेश पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया है। रामनगर रोड के निकट डॉक्टर सिंघल नर्सिंग होम निवासी मणि मेहरोत्रा पत्नि सचिन मेहरोत्रा ने एसएसपी को प्रार्थनापत्र देकर कहा कि वह मेहरोत्रा ड्रग एजेंसीज फर्म में पार्टनर हैं। फर्म में वह पिछले 16-17 वर्षों से देवेंद्र कुमार मैनेजर के रूप में कार्यरत था और विश्वास पात्र था। कुछ समय से पति के अस्वस्थ होने के कारण फर्म की जिम्मेदारी उस पर आ गई। वह घरेलू परेशानियों के चलते फर्म को कम समय दें पा रही थी। देवेंद्र कुमार भरोसा देता रहा कि वह व्यापारिक राशि को ठीक प्रकार से फर्म में और बैंक में जमा कर रहा है। हाल ही में फर्म के बकायेदारों का विवरण बारीकी से निरीक्षण करने पर पता चला कि आरोपी ने विभिन्न पार्टियों से भेजे गए माल का भुगतान लगभग 15 लाख रुपये वसूल कर हड़प लिए। मुरादाबाद रोड स्थित एक ग्राहक नाइस मेडिकल एजेंसीज प्रो. सलीम से एक लाख रुपये का चेक आरोपी ने अपने निजी खाते में जमा करा लिया। 17 अक्तूबर 2020 को सतीश मेडिकल स्टोर जसपुर से अपने बैंक खाते में एक लाख रुपये और तीन नवंबर 2020 को एक लाख रुपये अपने खाते में जमा करा लिए और कहा कि वह दुकान के खाते में जमा करा देगा। धोखाधड़ी में उसका भाई सुनील कुमार और पिता बलवीर सिंह उसके साझीदार रहे। उसके बैंक स्टेटमेंट में और भी बहुत से ट्रांजेक्शन उसने लोगों से अपने खाते में जमा करा रखे हैं। दुकान पर आने वाली नकद रकम को भी हड़प लिया।
स्पष्टीकरण मांगने पर उसने नौ लाख रुपये का घोटाला करने की बात भी स्वीकार की और अपने भाई की गवाही के साथ लिख कर दे रखी है। इसके अलावा पता चला कि वह दुकान के स्टोक की भी चोरी करता था। अब आरोपी रकम वापस करने से इनकार कर रहा है और धमकी दी कि यदि मेरे खिलाफ कार्रवाई की तो तुम्हें और तुम्हारे खानदान को खत्म कर दूंगा। इसके बाद से वह पिछले करीब 7- 8 माह से काम पर भी नहीं आ रहा है। कोतवाली पुलिस ने आरोपी देवेंद्र कुमार व उसके भाई सुनील कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी व धमकी देने का का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ड्रग एजेंसी के मैनेजर ने फर्म के 15 लाख रुपये हड़पे
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