हल्द्वानी। काठगोदाम-हैड़ाखान मोटरमार्ग बंद होने से प्रभावित क्षेत्र की एक गर्भवती महिला को आपातकालीन सेवा 108 का लाभ नहीं मिल पाया। शनिवार को बड़ेत गांव की गर्भवती दीपा भट्ट (21) को प्रसव पीड़ा हुई। परिजनों ने 108 पर फोन लगाया जहां से जानकारी मिली कि गाड़ी को आने में दो से ढाई घंटा लगेगा।
परिजनों ने निजी वाहन को किराए पर लेकर गर्भवती को रौशिला से वैकल्पिक मार्ग से होते हुए अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल पहुंचने में ही पौने दो घंटे लगे जहां नार्मल डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। बड़ेत की ग्राम प्रधान हंसी भट्ट का कहना है कि काठगोदाम-हैड़ाखान मार्ग बंद होने से गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 108 एंबुलेंस सेवा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। सामाजिक कार्यकर्ता प्रयाग भट्ट का कहना है कि गर्भवती को अस्पताल पहुंचाने के लिए 108 वाहन को काठगोदाम के पास भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र तक आने के लिए कहा था। मगर 108 ने दो से ढाई घंटे लगने की बात कही। उन्होंने आरोप लगाया कि 108 सेवा लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत का कहना है कि संबंधित प्रकरण उनके संज्ञान में नहीं है। इस मामले का पता कर नियमानुसार आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
घंटों भटकने के बाद गर्भवती महिला को पहुंचा पाए अस्पताल
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