Thursday, November 28, 2024
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करोना से बचने के लिए यदि ऐसा किया है तो हो जाएं सावधान, सामने आ रहा खतरनाक साइड इफेक्‍ट

कोविड के दौरान जीवनरक्षक दवाओं खासकर ड्रिप के माध्यम से स्टेरायड लेने से हड्डियों के गलने की समस्या बढ़ी है। जिले में एक प्रशासनिक अधिकारी इसकी चपेट में आ चुके हैं। उनको पता तब चला जब उन्हें उठने-बैठने व लेटने में परेशानी का अनुभव होने लगा। एम्स में जांच कराई तो पता चला कि धीरे-धीरे कूल्हे की हड्डी गलनी शुरू हो गई है। उनका एम्स से इलाज चल रहा है, फिलहाल वह अवकाश के बाद अब अपने प्रशासनिक कार्य में वापस आ चुके हैं।
शरीर में हड्डियों के गलने की समस्या सामने आ रही
कोरोना संक्रमित लोगों के जीवन को बचाने के लिए डाक्टरों ने एस्टेरायड ड्रिप चढ़ाया था। अधिक मात्रा में इसके लगाए जाने के बाद इसके साइड इफेक्ट आने शुरू हो गए हैं। अस्थि रोग विशेषज्ञों की मानें तो इसके दुष्प्रभाव के कारण शरीर में हड्डियों के गलने की समस्या सामने आ रही है। इसे मेडिकल की भाषा में एवैस्कुलर नेक्रोसिस बीमारी कहा जाता है। यह धीरे-धीरे अपना असर डालती है। इससे शरीर में जोड़ों में दर्द के साथ उठने-बैठने व लेटने में समस्या होने लगती है। जिले में ही मुख्यालय स्तर पर तैनात एक प्रशासनिक अधिकारी को करीब एक माह पूर्व हड्डियों खासकर कूल्हे में दर्द की शिकायत हुई। उन्होंने पहले स्थानीय स्तर पर दर्द निवारक दवाएं लेकर किसी तरह खुद को बेहतर रखने की कोशिश की लेकिन विशेषज्ञों की सलाह के बाद नई दिल्ली स्थित एम्स में जांच कराई तो चौंकाने वाली बात निकलकर सामने आई। कूल्हे की हड्डी गलनी शुरू हो गई है। आनन-फानन वह अवकाश पर कुछ दिन के लिए चले गए। अवकाश से वापस आने के बाद उन्होंने बताया कि उनके कूल्हे में समस्या आ गई थी जिसका इलाज एम्स में चल रहा है।
नाम न प्रकाशित किए जाने की शर्त पर उनका कहना था कि इसका पता उनको नहीं चल सका। डाक्टरों ने दवाएं दी हैं। जल्द ही इस गंभीर बीमारी से वह उबर सकेंगे। समय रहते ही इसका पता चल गया यह अच्छी बात है। उधर जिला अस्पताल के वरिष्ठ अस्थिरोग विशेषज्ञ डा. डीके त्रिपाठी ने बताया कि अधिक स्टेरायड के कारण शरीर में हड्डियों के गलने की समस्या हो सकती है। समय पर जांच व दवाओं के सेवन से इस बीमारी को दूर किया जा सकता है। कोरोना संक्रमण काल में जीवन रक्षक दवाओं का इस्तेमाल चिकित्सकों की तरफ से किया गया। अधिक इनका इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।

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