देहरादून: पीएम मोदी हर साल छात्रों को बोर्ड एग्जाम्स से कुछ टिप्स देते हैं। उनसे परीक्षा पर चर्चा करते हैं। छात्रों से बातचीत करके जानते हैं कि उन्हें क्या-क्या समस्याएं हैं। इस बार की परीक्षा पे चर्चा काफी अलग थी। पीएम मोदी हेल्थ से लेकर लीडरशिप तक हर चीज पर बात की। पीएम मोदी ने छात्रों को सबसे पहले बताया कि कैसे हेल्दी रहना जरूरी है। इसके लिए पीएम ने कुछ हेल्थ टिप्स भी दिए। वहीं छात्रों को यह भी बताया कि कैसे वो लीडर बन सकते हैं। इसके अलावा पीएम मोदी ने छात्रों को अपने गोल को लेकर फोकस रखना भी सिखाया। इसके लिए उन्होंने क्रिकेट और किक्रेटर्स का उदाहरण भी दिए।
–एग्जाम से पहले अच्छी नींद जरूरी
पीएम मोदी ने छात्रों से कहा कि माइंड हेल्दी तभी होगा जब हम हेल्दी डाइट लेंगे। उन्होंने कहा कि हेल्दी डाइट लेना जरूरी है। पढ़ाई के साथ-साथ एक अच्छी नींद लेना भी काफी जरूरी है। बच्चों को गूगल पर यह नहीं देखना चाहिए कि उन्हें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। खास बात ये है कि जो भी हेल्दी चीजें हैं उन्हें वो खानी चाहिए। उनके पेरेंट्स जो चीजें खिलाते हैं वो खाएं और हेल्दी रहें। बाहर के खाने पर फोकस कम करें। पीएम मोदी ने कहा कि लिखने की आदत बहुत जरूरी होती है। चाहे कुछ भी लिखे, ये हमारे विचारों को बांधने का काम करता है।
सीखें टाइम मैनेजमेंट
टाइम मैनेजमेंट बहुत जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा कि सबसे पहले हमें अपने समय के विषय में सोचना है, मैं अपने समय का ज्यादा उपयोग कैसे करूं। मैं इसे लेकर काफी सतर्क रहता हूं। टाइम को कैसे इस्तेमाल करना है ये सब कागज पर लिखकर रखना चाहिए और टाइम को मैनेज करना चाहिए। इसे रोजाना मार्क कीजिए और देखिए कि आपने कौन से काम टाइम पर किए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमेशा चुनौती लेने से डरना नहीं चाहिए, किसी भी विषय को चुनौती के आधार पर देखना चाहिए, जो विषय डराता है उसे सबसे पहले निपटा लेना चाहिए। पीएम ने कहा कि ज्ञान और परीक्षा दो अलग-अलग चीजें हैं। शिक्षकों को लेकर पीएम ने कहा कि उनका काम छात्रों की योग्यता की पहचान करना और उन्हें आगे बढ़ने के लिए मोटिवेट करना है।
–कैसे रखें मन को शांत
पीएम मोदी ने बच्चों को ये भी बताया कि वो एग्जाम टाइम में अपने मन को कैसे शांत रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिना मतलब की बातें करने की बजाय अपने आपको फोकस रखना जरूरी है। अगर आप दूसरी चीजों के बारे में सोचते रहेंगे तो आपका मन भटकता रहेगा। ऐसे में ध्यान लगाना बेहद जरूरी है। पीएम मोदी ने कहा कि छात्रों आपको अपनी ही विफलताओं को टीचर बनाना होगा। जीवन का मतलब सिर्फ परीक्षा ही नहीं है।
–पढ़ाई के साथ स्किल भी जरूरी
पेरेंट्स को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि हर माता-पिता की अपने बच्चों से कुछ अपेक्षाएं होती हैं। दूसरों के बच्चों को आगे और बढ़ता हुआ देखने के बाद उनका खुद का ईगो हर्ट हो जाता है। कई बार उनका सोशल स्टेटस ही उनके लिए रुकावट बन जाता है। ऐसे में पीएम ने पेरेंट्स से अपील है कि अपने बच्चे को हर जगह मॉडल की तरह खड़ा न करें। दुनिया में हर बच्चा एक जैसा नहीं होता है। कोई खेल-कूद में अच्छा होता हैं, कोई कलाकृतियों में तो हो सकता है कि कोई पढ़ाई में कमजोर हो। ऐसे में मां-बाप और टीचर को उनके अंदर छिपी प्रतिभा को तराशना चाहिए और उनकी मदद करनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि आज के समय में स्किल सबसे बड़ी ताकत है। हमें स्किल पर ही ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
–टीचर्स को भी दी सलाह
पीएम मोदी ने टीचर्स को भी सलाह दे डाली। पीएम ने कहा कि टिचर्स को छात्रों के बीच तुलना नहीं करनी चाहिए, किसी भी छात्र को दूसरे छात्रों के सामने नहीं टोकना चाहिए। इससे न सिर्फ उनका गिरेगा बल्कि वो धीरे-धीरे अपनी बाते कहने से भी डरेंगे। ऐसे में उनकी स्थिति समझ कर उन्हें आगे बढ़ने की सलह दें। वो आगे सीखने की कोशिश करेंगे। दूसरी ओर बच्चों को भी ऐसे व्यक्ति को खोजना चाहिए, जो उन्हें लगातार मोटिवेट करते रहें। हमेशा खुद को हराने की कोशिश करना चाहिए। खुद का ही रोकॉर्ड तोड़े। इसके लिए सेल्फ गोल होना काफी जरूरी है।