अल्मोड़ा। डिजिटल युग में खरीदारी के बदलते दौर ने विवाह सीजन पर बाजार में ग्रहण लगाने का काम किया है। ऑनलाइन बाजार में लाखों का कारोबार हो रहा है लेकिन बाजार में कंगाली छाई है। हालात ये हैं कि स्थानीय कारोबारी मायूस बैठे हैं और ऑनलाइन डिलीवरी करने वालों के हाथ खाली नहीं हैं। अल्मोड़ा में ऑनलाइन बाजार ने स्थानीय व्यापार को प्रभावित किया है। व्यापार के बदलते इस स्वरूप ने बाजार में विवाह सीजन की रौनक फीकी कर दी है। बीते एक दशक से ऑनलाइन बाजार खासा बढ़ा है। लोग स्थानीय दुकानों से कम और ऑनलाइन बाजार से खरीदारी अधिक कर रहे हैं। अंदाजा लगाया जा सकता है कि हर रोज यहां 15 लाख से अधिक का ऑनलाइन कारोबार हो रहा है। इसका सीधा असर विवाह सीजन में देखने को मिल रहा है। पूर्व तक विवाह सीजन में कपड़े, जूतों, सजावटी सामान सहित अन्य दुकानें ग्राहकों से गुलजार रहती थीं लेकिन अब यहां सन्नाटा है।
स्थानीय कारोबारियों के मुताबिक ऑनलाइन बाजार ने उनकी कमर तोड़ दी है। लोग स्थानीय दुकानों से कम और ऑनलाइन खरीदारी अधिक कर रहे हैं। पूर्व में विवाह सीजन में प्रतिदिन 30 से 40 लाख का कारोबार होता था जो अब घटकर आधे से कम रह गया है। हालात यह हैं कि विवाह सीजन में दुकानें सजी हैं और व्यापारी ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं। ऑनलाइन बाजार में लुभावने ऑफर लोगों को खासा आकर्षित कर रहे हैं। नाम न बताने की शर्त पर ऑनलाइन कारोबार से जुड़े एक व्यक्ति ने बताया कि कई तरह की छूट ग्राहकों को दी जा रही है। दवा से लेकर टीवी, फ्रिज, वॉशिंग मशीन, कपड़े सहित हर तरह का सामान लोग ऑनलाइन मंगा रहे हैं जिससे यह कारोबार खूब फल-फूल रहा है।
दाल, चावल, आटा भी ऑनलाइन पहुंच रहा घर
अल्मोड़ा। दैनिक जीवन में इस्तेमाल होने वाली छोटी से लेकर हर बढ़ी सामग्री तक अब ऑनलाइन घर में पहुंच रही है। लोग खाद्य पदार्थ आटा, तेल, दाल, चावल, मसाले सहित सभी सामान ऑनलाइन मंगा रहे हैं जिससे स्थानीय बाजार खासा प्रभावित हो रहा है। इसकी कीमत स्थानीय व्यापारियों को चुकानी पड़ रही है।
पिथौरागढ़ में नुकसान होने पर व्यापारी को करनी पड़ी खुदकुशी
अल्मोड़ा। बीते दिनों पिथौरागढ़ जिले में ऑनलाइन कारोबार से नुकसान होने पर स्थानीय व्यापारी ने खुदकुशी करनी पड़ी। मृतक व्यापार संघ सचिव भी था। उसने सुसाइड नोट में अपनी परेशानी उजागर की थी और लिखा था कि ऑनलाइन कारोबार ने उसे नुकसान हुआ है। ऑनलाइन कारोबार ने धंधा चौपट कर दिया है और वह कर्ज में डूबा है।
बोले व्यापारी
ऑनलाइन शॉपिंग के बढ़ते प्रचलन का हमारे व्यापार पर काफी असर पड़ रहा है। पहले के मुकाबले कमाई आधी हो गई है। काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। शादी के सीजन में भी गिने चुने लोग ही खरीदारी करने आ रहे हैं। – हरीश सतवाल, कपड़ा व्यवसायी
ग्राहकों को ऑनलाइन खरीदारी में काफी छूट मिल रही है। दुकान में आने वाले ग्राहक भी उतनी ही छूट की मांग करते हैं जो संभव नहीं है। कुछ तो ऑनलाइन से भी कम दाम पर सामान देने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में कारोबार प्रभावित हो रहा है। – सागर रावत, इलेक्ट्रॉनिक्स करोबारी
बाजार में लोगों की भीड़ तो है पर खरीदार नहीं है। ऑनलाइन खरीदारी ने लगभग सभी व्यवसायों पर प्रभाव डाला है। ऑनलाइन खरीदारी के चलते स्थानीय बाजार बुरी तरह प्रभावित हुआ है जिसकी सीधी मार हमें सहनी पड़ रही है। – नीरज पांडे, कपड़ा व्यवसायी
दवा तक की ऑनलाइन खरीदारी हो रही है। ऐसे में हमारा कारोबार चौपट हो रहा है। ऑनलाइन बाजार के बढ़ते वर्चस्व ने स्थानीय व्यापारियों की कमर तोड़ने का काम किया है। – संजय सिंह, मेडिकल व्यवसायी
बाजार में कंगाली, ऑनलाइन बाजारों में धनवर्षा
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