भीमताल (नैनीताल)। कुमाऊं विश्वविद्यालय के भीमताल स्थित सर जेसी बोस तकनीकी परिसर के जैव प्रौद्योगिकी विभाग में सोमवार को परिसर के निदेशक प्रो. एलके सिंह ने क्षेत्र में जल प्रदूषण पर चिंता जाहिर करते हुए सुरक्षित भविष्य के लिए सुरक्षित जल को बेहद जरूरी बताया। उन्होंने जलसंरक्षण के लिए लोगों को आगे आने का आह्वान किया। प्रो.सिंह ने यह बात सोमवार को क्षेत्रीय जल गुणवत्ता अनुश्रवण एवं प्रबंधन प्रशिक्षण पर प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट उत्तराखंड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद देहरादून और जल संस्थान देहरादून के संयुक्त प्रशिक्षण कार्यशाला में कही। पंतनगर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. वीर सिंह ने जल के आर्थिक परिदृश्य पर विस्तार से अवगत कराया। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. वीना पांडे ने जल को जीवन का आधारभूत तत्व बताते हुए जल सुरक्षा योजना के महत्व को समझाया।
यूकॉस्ट जिला समन्वयक एवं डीएवी कॉलेज देहरादून के प्रोफेसर डॉ. प्रशांत सिंह ने उत्तराखंड के विभिन्न जलस्रोतों पर किए जा रहे शोध और उसके परिणामों की जानकारी युवाओं को दी। साथ ही बताया कि जलस्रोतों का बेहतर प्रबंधन करके जल प्रदूषण को नियंत्रित करके जल की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है। पंकज दत्त, रजत मैठाणी ने प्रतिभागियों को फील्ड टेस्टिंग किट के जरिए जल गुणवत्ता जांचने की तकनीक से अवगत कराया। कार्यशाला में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। इस दौरान डॉ. मंजू तिवारी आदि मौजूद रहे।
सुरक्षित भविष्य के लिए सुरक्षित जल जरूरी : सिंह
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