पहाड़ के कई हिस्सों में शनिवार को मौसम ने करवट ली है। चमोली जिले में बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब के साथ ही जोशीमठ में बारिश ने राहत दी है। कई स्थानों पर बारिश से जंगल की आग भी बुझ गई है। उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री में बारिश से मौसम ठंडा हो गया है। यमुनोत्री धाम के अंतिम पड़ाव जानकीचट्टी में बारिश ने राहत दी है।
यमुनोत्री घाटी में दोपहर बाद मौसम ने करवट ली। यमुनोत्रीधाम में बर्फबारी तो जानकीचटटी, खरशाली,नारायणपुरी,फूलचटटी,बनास गाँव आदि क्षेत्र में बारिश हो रही है। यमुनोत्री धाम से मां यमुना के पुजारी अनोज उनियाल,व सुनील तोमर ने बताया कि यमुनोत्री मे दोपहर 12 बजे के बाद से झमाझम बारिश होने के बाद अब यमुनोत्री मे बर्फबारी होने लग गई हैं। जबकि धाम से लगे नारायणपुरी,खरशाली,जानकीचटटी आदि क्षेत्र में बारिश हो रही है।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के एक बार फिर सक्रिय होने और स्थानीय स्तर पर हवाओं के दबाव के चलते जहां तीन मई को राजधानी देहरादून समेत मैदान से लेकर पहाड़ तक जबरदस्त बारिश की संभावना है, वहीं राज्य के पर्वतीय इलाकों में तेज गर्जना के साथ हल्की से मध्यम बारिश की संभावना जताई थी। बाबा केदार के धाम में अपराह्न बाद हल्की बारिश हुई। जबकि जिला मुख्यालय रुद्रप्रयाग समेत जिले के अन्य क्षेत्रों में हल्के बादल छाए हुए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एवं वरिष्ठ मौसम विज्ञानी विक्रम सिंह के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के साथ ही पर्वतीय इलाकों में एक बार स्थानीय हवाओं का दबाव देखने को मिल रहा है। परिणाम स्वरूप तीन मई को मैदान से लेकर पहाड़ तक पूरे राज्य में बारिश होने की पूरी संभावना है। फिलहाल मौसम का बदला मिजाज अगले 48 घंटे में भी देखने को मिलेगा। दून के आसमान में जहां बादल छाए रहेंगे, वहीं पर्वतीय इलाकों में उत्तरकाशी, चमोली, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग और बागेश्वर में तेज गर्जना के साथ हल्की से मध्यम बारिश की पूरी संभावना है। उन्होंने बताया कि बारिश के साथ ही तेज गर्जना के साथ बिजली गिरने की भी पूरी संभावना है। कुछ इलाकों में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाओें के चलने की भी संभावना है।
पहाड़ों पर बर्फबारी: बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब, यमुनोत्री में बारिश से मौसम में ठंडक, जंगलों की आग हुई शांत
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