काशीपुर। पुलिस और प्रशासन की टीम ने विभिन्न ब्रांडों का नकली गुटका, पान मसाला और सिंगल यूज प्लास्टिक बनाने वाली फैक्टरी में छापा मारकर बड़ी संख्या में तैयार और कच्चा माल बरामद किया है। पुलिस ने मौके से फैक्टरी स्वामी के पुत्र और दो मजदूरों को गिरफ्तार किया गया है जबकि कुछ अन्य लोग मौके से भाग गए। तहसील की टीम ने फैक्टरी को सीज कर दिया है। रुद्रपुर की घटना के बाद पुलिस और प्रशासन की संयुक्त टीम कबाड़ियों के गोदाम चेक कर रही है। एक सूचना के आधार पर टीम ने बसई इस्लामनगर स्थित एमएच प्लास्टिक इंडस्ट्रीज पर छापा मारा। इस फैक्टरी को प्लास्टिक दाना तैयार करने की अनुमति है। वहां लंबे समय से सिंगल यूज प्लास्टिक का निर्माण हो रहा था। फैक्टरी के एक हिस्से में नामचीन ब्रांडों का गुटका और पान मसाले का तैयार और कच्चा माल बरामद हुआ। खाद्य निरीक्षक पवन कुमार ने परीक्षण के लिए बरामद माल का नमूना लिया। सीओ वंदना वर्मा ने बताया कि पुलिस टीम ने मौके से फैक्टरी स्वामी के पुत्र रजा चौधरी के अलावा यूपी के मुरादाबाद जिले के डिलारी निवासी शाने आलम व जयपाल सिंह को गिरफ्तार किया है। सीओ ने बताया कि बरामद माल की कीमत करीब 15 लाख रुपये और सिंगल यूज प्लास्टिक की कीमत दस लाख रुपये से अधिक बताई गई है। नायब तहसीलदार राकेश चंद्र के नेतृत्व में राजस्व टीम ने फैक्टरी को सील कर दिया है।
दो साल पहले नकली गुटका बनाने की फैक्टरी के साथ पकड़ा गया था आरोपी
काशीपुर। गुटका बनाने की फैक्टरी में छापे के दौरान गिरोह का मुखिया पुलिस को गच्चा देकर फरार हो गया। वह दो वर्ष पूर्व मुरादाबाद में नकली गुटका बनाने के आरोप में जेल जा चुका है। 09 जुलाई, 2019 को मुरादाबाद पुलिस ने काशीपुर तिराहे पर छापा मारकर एक निर्माणाधीन मकान से नकली पान मसाला बनाने वाली फैक्टरी पकड़ी थी। उस समय पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक देवेश कुमार के नेतृत्व में टीम ने वहां से बड़े ब्रांडों का नकली पान मसाला, पाउच भरने की एक मशीन, चार बोरी अलग-अलग कंपनी के रेपर रोल आदि बरामद किए थे। बताया गया है कि इस गिरोह का मुखिया पहले गुटका बनाने की कंपनी में काम करता था। वहां से काम सीखने के बाद उसने मुरादाबाद में नकली गुटका तैयार करने की फैक्टरी लगा ली। साल भर पहले वह जमानत पर छूटकर बसई निवासी रजा चौधरी के संपर्क में आया और यहीं इंडस्ट्रीज में नकली गुटका बनाने का धंधा करने लगा। पकड़े गए दोनों मजदूरों को वह अपने साथ डिलारी, मुरादाबाद से लाया था। एक आरोपी शाने आलम के चाचा शकील ने बताया कि उसका भतीजा दो दिन पहले ही वहां मजदूरी करने के लिए आया था। शकील का कहना है कि पुलिस गिरोह के मुुखिया को तलाशने के बजाय मजदूरों को जेल भेज रही है। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से इस मामले में गहन पड़ताल करने की मांग की है।
ब्रांडेड कंपनियों के नाम से बना रहे थे नकली गुटका, तीन आरोपी गिरफ्तार
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