उत्तराखंड में कोरोना काल के दौरान 35 हजार करोड़ के 600 उद्योग स्थापित हुए। इसमें 90 हजार के करीब युवाओं को रोजगार मिला है। विपरीत परिस्थितियों में उद्योगों की स्थापना करने वाले 66 उद्यमियों को सीएम के हाथों सम्मानित करने के लिए चुना गया है। उद्योग निदेशक सुधीर चंद्र नौटियाल ने बताया कि 2020 से अभी तक राज्य में 600 नए उद्योगों की स्थापना हुई है जिससे राज्य में 35 हजार करोड़ का निवेश आया। उन्होंने बताया कि इससे राज्य में करीब 90 हजार लोगों को रोजगार मिला है। नौटियाल ने कहा कि इसमें से काफी निवेश प्रस्ताव राज्य में हुए इन्वेस्टर्स समिट के दौरान आए थे और इनकी स्थापना से लेकर उत्पादन आदि का काम पिछले दो सालों के दौरान पूरा हुआ है। उन्होंने कहा कि पिछले दो सालों में राज्य में प्रमुख रूप से सोलर, टूरिज्म और वेलनेस के सेक्टर में निवेश हुआ है। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से निवेशकों को दी जा रहे प्रोत्साहन की वजह से राज्य में निवेश के लिए अच्छा माहौल है।
अब राज्य के युवा भी स्वरोजगार और उद्यमिता की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में उद्योग और निवेश स्थापना के पीछे कानून व्यवस्था एक बहुत बड़ा मुद्दा है और राज्य का शांत माहौल भी निवेशकों को बहुत भा रहा है। उद्योग निदेशक ने बताया कि राज्य में पिछले दो सालों के दौरान निवेश करने वाले 66 उद्यमियों को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 42 बड़े उद्योग जबकि 24 छोटे निवेशक शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सभी जिलों से चुनिंदा उद्यमियों को इसके लिए बुलाया गया है।
इन्हें किया जाएगा सम्मानित
निदेशक उद्योग सुधीर नौटियाल ने बताया कि मंगलवार को सीएम आवास में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रमुख रूप से जिन निवेशकों को सम्मानित किया जाना है उनमें 1500 करोड़ का गेल गैस प्रोजेक्ट, 200 करोड़ का लाओपाला प्रोजेक्ट, 1100 करोड़ का नैनी पेपर्स लिमिटेड, 200 करोड़ का गजरात अम्बूजा प्रोजेक्ट, 1500 करोड़ का एलएनटी का हाइड्रो प्रोजेक्ट, 500 करोड़ का पतंजलि का प्रोजेक्ट शामिल है। इन सभी के सीईओ और ऑनर को इस कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया जाना है।
कोरोनाकाल में उत्तराखंड को मिली उद्योगों की संजीवनी, 35 हजार करोड़ के 600 उद्योग से मालामाल हुए 90 हजार युवा
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