भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी हो या तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार, पीयूष चावला हों या सुरेश रैना सभी का एक अलग ही रिश्ता उत्तराखंड से रहा है। राज्य में 20 मई से 38वें ऑल इंडिया गोल्ड कप क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत क्रिकेट एसोसिएशन उत्तराखंड के तत्वावधान में होगी।
दरअसल, पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का कनेक्शन देहरादून से कई मायने में खास है, मगर कम लोग ही जानते हैं कि धोनी के क्रिकेट कॅरियर में देहरादून का खास योगदान रहा है। वर्ष 2004 में हुए उत्तराखंड के गोल्ड कप में शानदार प्रदर्शन के बाद धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौका मिला। गोल्ड कप के सचिव पीसी वर्मा ने बताया कि उस वर्ष टूर्नामेंट में कई राज्यों की टीमों ने हिस्सा लिया था। इनमें धोनी झारखंड टीम से खेले थे। धोनी ने लगातार अर्द्धशतकीय पारी खेलकर टीम को फाइनल में पहुंचाया था। फाइनल में धोनी की शतकीय पारी से टीम को गोल्ड कप का खिताब मिला था।
वर्मा बताते हैं कि उन दिनों क्रिकेट के संसार में धोनी दुनिया में एक नया नाम था, लेकिन धोनी के लंबे छक्के देखकर यहां के निवासी दंग रह गए। यहीं से धोनी के हेलीकॉप्टर शॉट को पहचान मिली है। गोल्ड कप की शुरुआत 80 के दशक में चाय पीते-पीते हुई थी। चार दोस्तों ने बच्चों को खेलता देख बनी योजना के बाद शहर के सर्वे मैदान में पहला टूर्नामेंट खेला गया। पहली बार 1985 में अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेटर प्रतियोगिता के हिस्सा बनें। इसके बाद कई क्रिकेटर गोल्ड कप में खेल चुके हैं। इनमें से कई खिलाड़ी आज के समय में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा भी हैं।
दून के गोल्ड कप से धोनी के हेलीकॉप्टर शॉट को मिली पहचान: पीसी वर्मा
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