डीएम के निर्देश के बाद भी शराब ठेकेदार ‘यहां ओवर रेटिंग नहीं होती है’ का पोस्टर लगाने को तैयार नहीं है। इस पर डीएम ने सख्ती शुरू कर दी है। उन्होंने सर्वे चौक से गुजरते वक्त देखा तो वहां स्थित शराब के ठेके पर ऐसा पोस्टर नहीं लगा हुआ था। ठेकेदार पहले दिन दस हजार और दूसरे दिन एक लाख रुपये का चालान डीएम ने कराया। डीएम ने आबकारी अधिकारी को निर्देश दिया कि सभी ठेकों पर यह पोस्टर चस्पा होना चाहिए। शराब ठेकों पर लगातार ओवर रेटिंग बढ़ती जा रही है। बीते दिनों ठेकेदारों ने ओवर रेटिंग और बढ़ा दी। इसका विरोध शुरू हुआ। कई लोगों ने सोशल साइटों पर इस मामले को उठाया। इसके बाद डीएम ने जिला आबकारी अधिकारी राजीव चौहान को इसके खिलाफ अभियान चलाने का निर्देश दिया। इस दौरान कई ठेका संचालकों के दस हजार रुपये से एक लाख रुपये के चालान हुए। फिर भी अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। जिस तरह ठेकों पर ओवर रेटिंग होती है, उससे हर रोज लाखों रुपये जमा होते हैं। बीते दिनों डीएम ने निर्देश दिया कि ठेकों पर ओवर रेटिंग नहीं होने से जुड़े बैनर लगाए जाएं। यह काफी ठेकों पर लगवाए गए। लगाने के एक दो दिन बाद ही यह गायब होने लगे। इस पर डीएम ने जिला आबकारी अधिकारी को बुलाकर सख्ती करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी ठेकों पर नियमित यह बैनर चस्पा रखने का निर्देश दिया है।
आबकारी अफसर शांत क्यो
देहरादून जिले में ही नहीं पूरे प्रदेश में अधिकांश शराब ठेकों पर ओवर रेटिंग होती है। डीएम इस ओर सख्ती कर रहे हैं। आबकारी मुख्यालय में बैठे अफसर इसे रोकने में गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं। जबकि, उनकी मूल जिम्मेदारी में तय रेट पर शराब की बिक्री कराना भी शामिल है। सूत्रों के मुताबिक कुछ बड़े अफसरों की सह पर ठेकेदार मनमानी से ओवर रेटिंग करते हैं।
सर्वे चौक स्थित शराब ठेके का दो दिन में 1.10 लाख का चालान
RELATED ARTICLES