रुद्रपुर। पीआरडी जवानों की फर्जी नियुक्ति के मामले में सहायक निदेशक दीप्ति जोशी ने आरोपियों व शिकायतकर्ता के बयान दर्ज किए। मंगलवार को लगातार दूसरे दिन सुबह साढ़े दस बजे से शाम चार बजे तक वह बारी-बारी से सभी से मिलीं और पूछताछ की। फर्जी नियुक्ति मामले में पीड़ित युवकों ने बताया कि विभाग के कुछ अधिकारियों ने डेढ़ लाख रुपये में सौदा तय किया था। बेरोजगारी के दौर में प्रांतीय रक्षा दल व होमगार्ड की नौकरी पाने के लिए भी युवाओं में होड़ मची हुई है। गदरपुर क्षेत्र में जालसाजों के शिकंजे में आए 10 युवकों के खिलाफ विभागीय अधिकारियों ने ही रिपोर्ट दर्ज करा दी है। पीड़ित युवाओं ने विभागीय भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए निदेशालय व शासन स्तर पर शिकायत करते हुए जांच की मांग की है।
इस मामले में अब सहायक निदेशक दीप्ति जोशी आरोपियों व शिकायतकर्ताओं से पूछताछ कर रही हैं। मंगलवार को विकास भवन पहुंची सहायक निदेशक दीप्ति जोशी ने बताया कि शिकायतकर्ता शमी अहमद व तरुण कुमार शर्मा की शिकायत पर पूछताछ की जा रही है। शिकायतकर्ता तरुण कुमार शर्मा ने कुछ दिन पहले एसडीएम कार्यालय गदरपुर में इच्छा मृत्यु की भी मांग की थी जिसके बाद अधिकारियों ने मामले की जांच का आश्वासन दिया था। विकास भवन में पूछताछ के दौरान जिला युवा कल्याण अधिकारी मोहन सिंह नागन्याल, बाजपुर के बीओ मो. इमरान खान, ज्ञानचंद, शमी अहमद, नंदराम सिंह, अजय सिंह, रवि सिंह आदि मौजूद रहे।
डेढ़ लाख में तय हुआ था पीआरडी जवानों की फर्जी नियुक्ति का सौदा
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