रुद्रपुर। ऊधम सिंह नगर जिले में 1406 आंगनबाड़ी केंद्र किराए पर चल रहे हैं। इनके भवन निर्माण के लिए बाल विकास विभाग ने सरकार से एक सौ एक करोड़ रुपये के बजट की मांग की है। बजट मिलने पर किराए के छोटे से कमरों या अन्य भवनों में पढ़ रहे बच्चों को राहत मिलेगी लेकिन सरकार बजट जारी नहीं कर रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से जिले में कुल 2387 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं लेकिन इनमें से सिर्फ 981 आंगनबाड़ी केंद्रों के पास ही अपने भवन हैं। शेष आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवनों में संचालित हैं। किराए पर छोटे कमरे वाले आंगनबाड़ी केंद्रों में बैठने में बच्चों को परेशानी हो रही है जबकि कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपने घरों में ही केंद्र खोलकर किराए के साथ ही मानदेय का भी दोहरा लाभ ले रहीं हैं।
किराए के भवनों में चल रहे 1406 आंगनबाड़ी केंद्रों में से सीएसआर मद से 200 नए मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र बनाए जा रहे हैं। इनमें बच्चों को निजी स्कूलों की तरह प्ले स्कूल की सुविधा मिलेगी। बच्चों को पढ़ाई के प्रति आकर्षित करने के लिए थीमेटिक पेंटिंग, आंगनबाड़ी केंद्रों में रसोई, बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर भी मिलेगा लेकिन शेष 1206 आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को ऐसी सुविधाएं दिलाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। भवन निर्माण के लिए बजट का प्रस्ताव भेजा गया है। आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन निर्माण के लिए भूमि चिह्नित करने का कार्य भी शुरू किया जा रहा है।
ऊधम सिंह नगर जिले में 1406 आंगनबाड़ी केंद्र लंबे समय से किराए के भवनों में चल रहे हैं। इनमें से 200 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण सीएसआर मद से हो रहा है जबकि 1206 आंगनबाड़ी केंद्रों के भवनों के निर्माण के लिए सरकार से एक सौ एक करोड़ रुपये बजट की मांग की गई है। इनके निर्माण के लिए भूमि चयनित की जा रही है। – उदय प्रताप सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी, बाल विकास विभाग।
जिले में 1406 आंगनबाड़ी केंद्रों के अपने भवन तक नहीं
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