हल्दूचौड़ (नैनीताल)। राजकीय इंटर कॉलेज हल्दूचौड़ में वर्ष 2000 में इंटरमीडिएट में उत्तीर्ण हुए छात्र-छात्राओं ने उस दौर के शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ पुनर्मिलन कार्यक्रम आयोजित कर गुरुजनों को सम्मानित किया। इस दौरान अपने संस्मरण सुनाकर यादें ताजा कर दीं।
जीआईसी हल्दूचौड़ में वर्ष 2000 में इंटरमीडिएट की परीक्षा में उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों ने अपने दौर के गुरुजनों को विद्यालय बुलाकर पुनर्मिलन कार्यक्रम में फूल मालाओं से स्वागत कर उन्हें सम्मानित किया और गुरुजनों का आशीर्वाद लिया। उन्होंने गुरुजनों को प्रतीक चिह्न देने के साथ ही जीआईसी हल्दूचौड़ को 80 लीटर का वाटर कूलर भी भेंट किया। पूर्व छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम भी पेश किए। विद्यार्थियों की ओर से आयोजित भव्य कार्यक्रम को देखकर गुरुजन भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उनके जीवन काल में इस प्रकार का सम्मान पहली बार उन्हें शिष्यों द्वारा दिया जा रहा है। सन 2000 में उत्तीर्ण हुए विद्यार्थियों ने 22 साल बाद उन्हें याद करके आनंदित कर दिया है। यह पल उन्हें हमेशा याद रहेगा। कार्यक्रम के बाद सहभोज का आयोजन हुआ। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, पूर्व विधायक नवीन चंद्र दुम्का, समाजसेवी हेमवती नंदन दुर्गापाल, सन 2000 में विद्यालय के शिक्षक रहे एमएन पंतोला, एनडी तिवारी, वीरेंद्र सिंह बिष्ट, ज्ञान चंद्र त्रिपाठी, जीबी जोशी, मनमोहन सिरारी, हंसा दत जोशी, वर्तमान प्रधानाचार्य गनपत सिंह सेंगर, ललित तिवारी, हेम चंद्र जोशी एवं 2000 बैच के लगभग 35 विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम के आयोजक 2000 बैच के विद्यार्थी प्रदीप सती, जीवन बोरा, पुष्कर सिंह धामी, त्रिलोक चंद्र पांडे, हरीश पंडा, जितेश, प्रकाश, राजेश अग्रवाल एवं जगत सुयाल का कहना था कि यह उनके जीवन में एक ऐतिहासिक पल है। इस प्रकार का आयोजन एवं गुरुओं का सम्मान हमेशा किया जाना चाहिए।
22 साल बाद गुरु शिष्यों ने साझा कीं यादें
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