रुद्रपुर। महंगाई की मार इस बार पटाखों पर भी पड़ी है। पटाखे बनाने वाले ब्रांड ने पटाखे 25 प्रतिशत महंगे कर दिए हैं। बाजार में लोग रेड से ज्यादा ग्रीन पटाखों की मांग कर रहे हैं। इन पटाखों से अन्य की अपेक्षा मात्र 25 प्रतिशत ही प्रदूषण होता है। शनिवार को मोदी मैदान में व्यापारियों ने पटाखा बाजार सजा दिया है। व्यापारियों की मानें तो प्रशासन से लाइसेंस मिलने में देरी होने के चलते पहले दिन कुछ खास बिक्री नहीं हुई। नगर निगम में सुबह 10 बजे से लॉटरी सिस्टम के माध्यम से 198 व्यापारियों को पटाखों के लाइसेंस जारी किए गए हैं। उसके बाद दोपहर तक पटाखा कारोबारियों ने मोदी मैदान में दुकानें सजाईं। पटाखा बाजार में इस बार फैंसी आइटम जैसे स्काई शॉट्स की धूम है। 140 शॉट्स का सबसे महंगा 8000 रुपये का पटाखा है। सबसे कम दामों में देखा जाए तो फूलझड़ी और चरखी 20 से 30 रुपये में मिल रही है। फुटकर पटाखा एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद अनेजा ने बताया कि प्रशासन की ओर से लाइसेंस मिलने में देरी के चलते शनिवार दोपहर से पटाखे की दुकानें सजाईं गईं। इसके साथ ही पटाखे बनाने वाले ब्रांड जैसे कॉक, सुप्रीम व मरकरी की ओर से पटाखों के दाम बढ़ने से 25 प्रतिशत महंगे हुए हैं।
25 प्रतिशत महंगे हुए पटाखे, ग्रीन पटाखों की मांग सबसे ज्यादा
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