नैनीताल। मानसून सीजन खत्म होने के बाद एक महीने में नगर में कुल 585 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई है। इस अवधि में बरसा पानी पिछले आठ महीने में हुई बारिश से 50 फीसदी से ज्यादा हैं। सितंबर 15 से अक्तूबर 15 तक हुई बारिश ने पर्यावरण के साथ नैनीझील के लिए भी वरदान साबित हुई है। बारिश ने झील के जलस्तर में भी बढ़ोतरी कर दी है।
नैनीताल में बेहतर पर्यटन के लिए नैनीझील का अच्छा जलस्तर बना रहना जरूरी है। नगर की पेयजल उपलब्धता भी इसी झील पर निर्भर है। इस वर्ष नगर में हुई कम बारिश ने चिंता बढ़ा दी थी। एक जनवरी 2022 से 15 सितंबर तक नगर में कुल 1108 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई। नगर में बारिश का वार्षिक औसत 2500 एमएम से 3000 एमएम तक रहता है। 15 सितंबर तक मानसून सीजन खत्म हो जाता है। वर्षाकाल में झील का जलस्तर आठ फीट रहा था। अक्तूबर में लगातार चार से पांच दिन की बारिश ने बड़ी राहत दी है। 15 सिंतबर से 15 अक्तूबर तक नगर में 585 एमएम बारिश हुई जो इस साल हुई बारिश का लगभग 35 फीसदी है। जनवरी से अब तक कुल 1693 एमएम बारिश हो चुकी है। बारिश को देखते हुए कई बार झील से पानी की निकासी की गई है। झील नियंत्रण कक्ष प्रभारी रमेश गैड़ा ने बताया कि झील का जलस्तर 12 फीट बना हुआ है।
इस वर्ष मानसून के बाद नैनीताल में बरसा कुल बारिश का 35 फीसदी पानी
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