रुद्रपुर। कोरोना काल में रुद्रपुर रोडवेज परिसर में नीलामी के लिए खड़ी नौ बसों से हुई 560 लीटर डीजल चोरी के मामले में आठ चालकों और दो मैकेनिकों पर कार्रवाई की तलवार लटकी है। कोरोना काल में इन कर्मचारियों ने रोडवेज परिसर में चौकीदारी की थी। डीजल की रकम सभी दोषी कर्मचारियों से बराबर वसूली जाएगी। वर्ष 2020 में कोरोना महामारी के दौरान रोडवेज बसों का संचालन भी बंद था। इस कारण बसों को रोडवेज स्टेशन और कार्यशाला में खड़ा किया। इस दौरान रुद्रपुर डिपो परिसर में नीलामी की नौ बसें भी खड़ी थीं। 22 मार्च से चार मई 2020 तक रोडवेज बसों की देखभाल की जिम्मेदारी कार्यशाला के दो मैकेनिक और आठ चालकों को दी गई थी। इन आठ चालकों में पांच सक्षम और तीन अक्षम थे।
इस अवधि में नीलामी के लिए परिसर में खड़ी नौ रोडवेज बसों से 560 लीटर डीजल चोरी हो गया था। इस डीजल की कीमत 38,220 रुपये थी। मामले की जांच शुरू होने पर वर्ष 2021 में सिर्फ दो मैकेनिकों को दोषी मानते हुए उन्हें डीजल के रुपये की रिकवरी का नोटिस दिया गया था। एक मैकेनिक से 13,991 और दूसरे से 24,229 रुपये की रिकवरी होनी थी लेकिन दोनों कर्मचारियों की ओर से प्रबंधन को लिखित जवाब देने के बाद जांच दोबारा शुरू हुई तो इस मामले में आठ और चालक दोषी माने गए हैं। इसके बाद प्रबंधन ने दोनों मैकेनिकों के साथ ही आठ चालकों को डीजल के रुपये की रिकवरी का नोटिस जारी कर दिया है। हर दोषी कार्मिक के वेतन से 3822 रुपये की कटौती की जाएगी। कोरोना महामारी के दौरान नीलामी के लिए रोडवेज परिसर में नौ बसें भी खड़ी थीं जिनमें से डीजल चोरी हो गया था। इस प्रकरण में 10 कर्मचारियों को दोषी माना गया है। उनकी रिकवरी का नोटिस भेजा गया था। अब भी जांच जारी रहेगी। – राकेश कुमार, सहायक महाप्रबंधक, रोडवेज डिपो, रुद्रपुर।
नौ रोडवेज बसों का 560 लीटर डीजल डकार गए 10 कर्मचारी
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