प्रदेश की पांचवीं विधानसभा के लिए हुए चुनाव के बाद 632 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या के मुताबिक मतदान प्रतिशत को लेकर पूरी स्थिति मंगलवार सुबह तक स्पष्ट हो पाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के मुताबिक प्रदेश के जिन केंद्रों पर शाम पांच बजे तक मतदाता पहुंचे, वहां मतदान शाम पांच बजे के बाद भी जारी रहा। मतदान शांतिपूर्वक हुआ है। विभिन्न मतदान स्थलों से पोलिंग पार्टियां मतदान के बाद वापस लौटने लगी हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि ईवीएम को जिला मुख्यालयों में बनाए गए स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा में रखा जाएगा। इन्हें स्ट्रांग रूम में रखने से पहले 34 पर्यवेक्षक इसकी स्क्रूटनी करेंगे। जो देखेंगे कि कहीं रिपोल की जरूरत तो नहीं है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि सभी 13 स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ, स्टेट आर्म्ड पुलिस और राज्य पुलिस की त्रिस्तरीय सुरक्षा रहेगी। इसके अलावा पूरे समय ईवीएम पर सीसीटीवी की नजर रहेगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि स्टांग रूम की नियमित जांच होगी। इसकी वीडियोग्राफी भी होगी। जिसका बाहर डिस्पले किया जाएगा। ईवीएम पूरे समय सीसीटीवी की नजर रहेगी।
मामूली खराबी के चलते बदलने पड़े 98 वीवीपैट
मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या के मुताबिक चुनाव से पहले मॉक पोल कराया गया। इसमें 106 पीयू, 125 सीयू और 196 वीवीपैट में कुछ खराबी के चलते इसे बदला गया या फिर ठीक किया गया। मतदान शुरू होने के दौरान भी 31 पीयू, 30 सीयू और 98 वीवीपैट में खराबी की वजह से इन्हें ठीक किया गया और बदला गया।
632 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद
RELATED ARTICLES