अग्निपथ योजना (टीओडी) के खिलाफ उत्तराखंड में भी युवाओं में आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को दस जिलों में युवाओं ने प्रदर्शन कर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के पुतले फूंके। पुलिस ने भी सख्ती बरतते हुए करीब 500 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए।डीजीपी के आदेश के तहत सभी जिलों में पुलिस अलर्ट रही। देहरादून और रुड़की में रेलवे स्टेशनों पर भारी फोर्स तैनात रही। वहीं अफसरों ने सेना भर्ती की कोचिंग देने वाले संस्थानों में युवाओं से बात कर शांति बरतने और योजना को लेकर फैल रही भ्रांतियों में न उलझने की अपील की।
डीडीहाट, बेड़ीनाग और रानीखेत में युवाओं ने रैली निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। पिथौरागढ़ में यूथ कांग्रेस के नेतृत्व में युवाओं ने जाखनी तिराहे पर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। इसी तरह टनकपुर में युवकों ने नारेबाजी के बीच जुलूस निकाला। यहां कोतवाली पुलिस ने शुक्रवार को जाम लगाने के आरोप में 80 अज्ञात युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। इसी तरह हल्द्वानी में तिकोनिया चौराहे पर नैनीताल मुख्य राजमार्ग पर जाम लगाने के आरोप में क्रिमिनल लॉ (अमेंडमेंट) एक्ट के तहत 400 अज्ञात युवाओं के खिलाफ दर्ज किया। यहां जाम के दौरान सरकारी संपत्ति गमले, सरकारी वाहन को नुकसान भी पहुंचाया गया था।इसके अलावा काशीपुर में युवाओं ने सती मंदिर में सरकार की सद्बुद्धि के लिए हवन-यज्ञ किया। तीन सूत्री मांगों के लिए उन्होंने एसडीएम और तहसीलदार को केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। बाजपुर और खटीमा में भी प्रदर्शन हुए। वहीं, देहरादून में एनएसयूई ने राजपुर रोड पर कांग्रेस मुख्यालय के सामने और स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने गांधी पार्क के गेट पर प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार का पुतला फूंका। वहीं, एआईएमआईएम ने प्रेसवार्ता कर योजना को वापस लेने की मांग उठाई।
रुड़की रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की अफवाह पर दौड़ी पुलिस
रुड़की रेलवे स्टेशन पर तोड़फोड़ की अफवाह पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही। इसी तरह मिलिट्री चौक, रामपुर चुंगी, मालवीय चौक और अन्य जगहों पर प्रदर्शन के एलान के चलते पुलिस मुस्तैद रही।
सोशल मीडिया में आपत्तिजनक टिप्पणी पर दो हिरासत में
रुड़की में पुलिस ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी डालने वाले लंढौरा के एक युवक और विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी देने वाले रुड़की स्थित एक एकेडमी संचालक को हिरासत में ले लिया।
दो ट्रेनें रद्द, कई घंटों लेट
बिहार में दो दिन पूर्व जम्मूतवी गुवाहाटी एक्सप्रेस में आग लगा दिए जाने के कारण जम्मूतवी से गुवाहाटी जाने वाली गुवाहाटी एक्सप्रेस एवं जम्मूतवी कोलकाता एक्सप्रेस रद्द रहीं, जबकि कई ट्रेनें दो से 30 घंटे देरी से पहुंची। हावड़ा से अमृतसर जाने वाली पंजाब मेल 12 घंटे की देरी से लक्सर रेलवे स्टेशन पर पहुंची। लखनऊ से चंडीगढ़ जाने वाली चंडीगढ़ एक्सप्रेस, गोरखपुर से देहरादून जाने वाली गोरखपुर एक्सप्रेस एक घंटे की देरी से रेलवे स्टेशन पहुंची। जयनगर से अमृतसर जाने वाली शहीद एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से सात घंटे और सहरसा एक्सप्रेस 30 घंटे देरी से चल रही है।
हरिद्वार में भाकियू का पैदल मार्च
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में देशभर से आए किसानों ने अग्निपथ योजना के विरोध में लालकोठी से हरिद्वार-दिल्ली हाईवे और वहां वीआईपी घाट होते हुए बैराज पुल, गंगा घाट किनारे, सीसीआर होकर रोड़ी बेलवाला मैदान तक पैदल मार्च निकाला। मार्च के दौरान कुछ किसानों ने काली पट्टी बांधी थी तो कुछ ने काली टी शर्ट पहनी थी। किसानों ने योजना को वापस लेने और युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की मांग उठाई।
संयम से काम लें, सकारात्मक सोचें : डीजीपी
अग्निपथ योजना के विरोध के बीच डीजीपी अशोक कुमार ने शनिवार को फिर से शांति व्यवस्था कायम रखने की अपील की है। उन्होंने युवाओं से कहा है कि संयम से काम लें और अपनी सोच को सकारात्मक रखें ताकि कोई बरगला न सके। साथ ही उन्होंने पुलिस अधिकारियों को लगातार शांति व्यवस्था के लिए युवाओं से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं।
देहरादून रेलवे स्टेशन छावनी में तब्दील, कल के बड़े प्रदर्शन की सूचना पर अलर्ट
अग्निपथ योजना के विरोध के मद्देनजर पुलिस ने रेलवे स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया। भारी संख्या में पुलिस, पीएसी और क्यूआरटी टीमों को लगाया गया है। इसके अलावा 20 जून को बड़े प्रदर्शन की सूचना पर शहर को छह जोन और 11 सेक्टर में बांटकर घंटाघर पर अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। सभी थानों को पीएसी भी आवंटित कर दी गई है। घंटाघर और जिन स्थानों पर प्रदर्शन की संभावना है, पर दंगा नियंत्रण वाहन भी तैनात कर दिए गए हैं। वाओं को योजना के बारे में समझने की जरूरत है न कि बहकावे में आकर विरोध करने की। योजना का जो लोग विरोध कर रहे हैं उन्हें अग्निपथ के बारे में जानकारी ही नहीं है। युवाओं के लिए बहुत अच्छी योजना है। धीरे-धीरे उनकी समझ में आएगी। -डॉ. धन सिंह रावत , कैबिनेट मंत्री
योजना देशहित और युवाओं के हित में है। अग्निपथ का विरोध देशभक्ति का विरोध है। जिसके मन में देशभक्ति का जज्बा होगा उसे इसमें प्रवेश मिलेगा। कुछ लोगों को देशभक्ति और देश से कोई लेनादेना नहीं है। वह गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। -डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद
अग्निपथ पर उत्तराखंड में बवाल, जगह-जगह विरोध, करीब 500 प्रदर्शनकारियों पर मुकदमा
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