मौलेखाल (अल्मोड़ा)। कोटेश्वर-शशीखाल पंपिंग योजना से पिछले तीन दिन से जल आपूर्ति पूरी तरह ठप है। तहसील मुख्यालय और मुख्य बाजार समेत 100 से अधिक गांवों की करीब बीस हजार की आबादी प्रभावित हो गई है। लोगों को पानी नहीं मिलने से पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। लोग दूरदराज स्थित जल स्रोतों, नौलों और हैंडपंपों से पानी लाकर गुजारा कर रहे हैं। कोटेश्वर-शशीखाल पंपिंग योजना से ब्लॉक मुख्यालय, तहसील, जालीखान, मौलेखाल, शशीखाल, तहसील चौक, नपटुवा, बासो, कुन्हील, भ्याड़ी, डहला, पीपल टनोला, पोखरी, देवायल, सकरखोला ,घचकोट, हिनौला समेत 100 से अधिक गांवों की बीस हजार से अधिक आबादी को पेयजल की आपूर्ति की जाती है, लेकिन पिछले तीन दिन से इस योजना से पेयजल आपूर्ति ठप पड़ी है।
लोगों ने बताया कि वह दूर दराज स्थित जल स्रोतों और हैंडपंपों से पानी लाकर किसी तरह गुजारा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि मवेशियों के लिए पानी जुटाने में और अधिक दिक्कतें हो रही हैं। गर्मी के मौसम में लोगों को तीन दिन से पानी नहीं मिल रहा है और लोग पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं पर विभाग आपूर्ति सुचारु करने के प्रति उदासीन बना है। – संतोष कुमार, मौलेखाल।
पेयजल योजना से आए दिन अनियमित जलापूर्ति होती है। पिछले तीन दिन से पानी की आपूर्ति ठप पड़ी है। जल निगम को जल्द पानी की आपूर्ति करनी चाहिए। – मोहन सिंह, डहला गांव।
बिजली की लो-वोल्टेज की समस्या के चलते पंप नहीं चल पा रहा है। इस संबंध में जानकारी ऊर्जा निगम को दे दी गई है। लो-वोल्टेज की समस्या दूर होने पर आपूर्ति सुचारु हो जाएगी। – राजेंद्र भौर्याल, जेई, जल निगम।