पंतनगर। जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मत्स्य विज्ञान महाविद्यालय के जलजीव पालन विभाग (एक्वाकल्चर) प्रमुख ने राज्यपाल सहित विवि कुलपति व निदेशक प्रशासन को पत्र भेजकर इसी माह सेवानिवृत्त हो रहे डीन फिशरीज पर छात्रों की थीसिस सहित अन्य सरकारी दस्तावेजों को जलवाने का आरोप लगाया है। दूसरी तरफ डीन फिशरीज ने कहा है कि उन्होंने अपने निजी कमरे के वे निजी दस्तावेज जलवाए हैं, जिनमें दीमक लग चुकी है।
एक्वाकल्चर विभाग प्रमुख डॉ. अवधेश कुमार ने राज्यपाल को लिखे पत्र में कहा है कि डीन फिशरीज डॉ. आरएस चौहान इसी माह 31 तारीख को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। उन्होंने सेवानिवृत्त से पहले विभागाध्यक्ष या विवि प्रशासन के संज्ञान में लाए बिना विभागीय एवं महाविद्यालय की महत्वपूर्ण प्रशासनिक व वित्तीय पत्रावलियों सहित छात्रों के शोध ग्रंथ, थीसिस सह निदेशक शैक्षणिक मत्स्य फार्म डॉ. अनूप कुमार और एक अन्य कर्मचारी की सहायता से जलवा दिए हैं। डॉ. चौहान ने विभागीय शैक्षणिक, शोध, प्रसार व प्रशासनिक कार्य से संबंधित दस्तावेज उनके मांगने के बावजूद उन्हें नहीं दिए। विभाग के शोध ग्रंथ गायब कर दिए गए हैं। इनकी लिखित जानकारी डॉ. चौहान से मांगी थी लेकिन उन्होंने दी नहीं। उन्होंने तमाम अनियमितताओं से विवि प्रशासन को पहले भी अवगत कराया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। डॉ. अवधेश ने महत्वपूर्ण प्रशासनिक व वित्तीय दस्तावेज एवं शोध ग्रंथ नष्ट करने के लिए संबंधित लोगों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई करने की मांग की है।
चोरी की थीसिस पर पीएचडी कराने का गंभीर आरोप
पंतनगर। डॉ. अवधेश का आरोप है कि कालेज से पीएचडी कर चुके शोधार्थियों की थीसिस चोरी कर ली जाती है। उसके जरिये किसी अन्य शोध छात्र को पीएचडी करा दी जाती है। यह बात उजागर न हो इसलिए उन छात्रों की थीसिस जलवाई जा रही हैं, जिन पर दो बार पीएचडी करवाई गई है।
दीमक लगे निजी दस्तावेज जलवाए हैं : डॉ. चौहान
मैं विभागाध्यक्ष नहीं हूं, वह मेरा निजी कमरा है। उसमें मेरे 35 वर्ष के निजी दस्तावेज रखे हैं। इनमें से अधिकतर में दीमक लग चुकी है। उसमें से जो सही हैं उन्हें मैं उठाकर ले जाऊंगा। जिनमें दीमक लग चुकी है उन्हें जलवाया गया है। अभी और भी दस्तावेज हैं जिन्हें जलवाना है। यह कोई ऑफिशियल दस्तावेज नहीं हैं। जो पुरानी थीसिस बाहर से चेकिंग के लिए आती हैं या जिनकी डुप्लीकेट कॉपी होती है, वह किसी के हाथ में न पड़ जाए और कोई उनका गलत इस्तेमाल करके अपने नाम से पेपर न छाप ले, इसलिए उनको नष्ट करना होता है। ऑफिशियल रिकॉर्ड विभागाध्यक्ष या क्लर्क के पास होता है, मेरा उससे कोई लेना देना नहीं है। मनगढ़ंत कथा बनाकर मेरी व विवि की छवि धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। समय आने पर आपराधिक मानहानि का केस किया जाएगा। – डॉ. आरएस चौहान, डीन फिशरीज, पंतनगर विवि
मुझे मामले की जानकारी नहीं : डॉ. अनूप
मुझे इस प्रकार के किसी मामले की जानकारी नहीं है। यदि वाकई मुझे इस प्रकरण में घसीटा जा रहा है, तो यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं डॉ. अवधेश कुमार के खिलाफ मानहानि का केस करूंगा। – डॉ. अनूप कुमार, सह प्राध्यापक, फिशरीज कालेज, पंतनगर विवि।
हां मुझे डॉ. अवधेश कुमार से डीन फिशरीज डॉ. आरएस चौहान की ओर से महाविद्यालय परिसर में दस्तावेज जलाने संबंधी शिकायत मिली है। अभी मैं दिल्ली में हूं, लौटने पर मामले को देखूंगा। – डॉ. एके शुक्ला, कुलपति, पंतनगर विवि।
सेवानिवृत्ति से पहले थीसिस व सरकारी दस्तावेज जलाने का आरोप
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