खटीमा। लोहिया हेड सड़क पर चल रहे नींव कल्याण समिति नशामुक्ति परामर्श व पुनर्वास केंद्र को प्रशासन ने सील कर दिया है। यह कार्रवाई क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट में रजिस्ट्रेशन न होने और डॉक्टर की तैनाती न होने पर की गई है। इस केंद्र भर्ती यूपी के जिला फर्रुखाबाद निवासी भाष्कर यादव की सोमवार को मौत हो गई थी। उसे दो दिन पहले ही उसके भाई ने भर्ती कराया था। बुधवार को एसडीएम रविंद्र सिंह बिष्ट के नेतृत्व में पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम नशामुक्ति केंद्र पहुंची और दस्तावेज खंगाले। पता चला कि इस केंद्र को तीन पार्टनर संचालित कर रहे हैं।एसडीएम ने बताया कि रजिस्ट्रेशन और किसी सक्षम डॉक्टर के बिना संचालित होने के कारण इसे सील कर दिया गया। हालांकि, अस्पताल में साफ सफाई, उनके रहन सहन आदि की व्यवस्था संतोषजनक मिली।
एसडीएम ने बताया कि केंद्र में भर्ती 30 मरीजों में से 17 को उनके परिजन ले गए और शेष 13 मरीजों को धौलपुर स्थित तेजस्विनी कल्याण समिति में भर्ती कराया जाएगा। उन्होंने बताया केंद्र भर्ती मरीजों से दस हजार रुपये प्रति महीने के शुल्क के अलावा भर्ती का चार्ज अतिरिक्त लिया जाता है। टीम में तहसीलदार शुभांगिनी, डॉ. वीपी सिंह, झनकइया थाना प्रभारी दिनेश फर्त्याल, आरके नरेंद्र कुमार गहतोड़ी आदि थे। इससे पहले 15 जुलाई को पीलीभीत रोड स्थित शिव कालोनी के नशामुक्ति केंद्र सील किया गया था।
युवक की मौत के मामले में तीन पर हत्या का केस दर्ज
खटीमा। शिव कॉलोनी स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती युवक की तीन महीने पहले मौत के मामले में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने प्रबंधक समेत तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। पीलीभीत रोड शिव कॉलोनी स्थित लाइफ नशा मुक्ति केयर सेंटर में भर्ती ग्राम फुलैया निवासी बलदेव सिंह (45) की मौत हो गई थी। उनकी पत्नी कुलविंदर कौर ने कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर बताया कि पति को चार मई को भर्ती कराने पर केंद्र संचालक ने हर प्रकार के नशे से मुक्ति दिलाने का आश्वासन दिया। इसके लिए पांच हजार रुपये जमा भी कराए थे। सात मई की तड़के नशा मुक्ति संचालक ने बताया कि उसके पति की तबीयत खराब है। उसे सरकारी अस्पताल ले जाया जा रहा है और कुछ देर बाद फोन पर बताया कि उसकी सरकारी अस्पताल में मौत हो गई है। कुलविंदर कौर ने नशा मुक्ति केंद्र के संचालकों पर पति के साथ मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया। इधर, पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर शिव कॉलोनी निवासी सारिक मलिक, खालिद चौधरी और अमित चौधरी के खिलाफ धारा 302 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। सीओ बीएस भंडारी ने बताया कि मामले की जांच एसएसआई देवेंद्र गौरव को सौंपी गई है।
धौलपुर में नशा मुक्ति केंद्र का निरीक्षण
गदरपुर। नशा मुक्ति केंद्रों में एक के बाद एक हो रही मरीजों की जांच से हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग ने ग्राम धौलपुर में तेजस नशा मुक्ति और पुनर्वास केंद्र का औचक निरीक्षण किया। बुधवार को जोनल इंचार्ज डॉ. राकेश आर्य के नेतृत्व में पहुंची टीम ने अभिलेखों की जांच पड़ताल की। नशा मुक्ति केंद्र में 79 मरीज भर्ती थे। केंद्र संचालक ने बताया कि नशा मुक्ति केंद्र में आसपास के केंद्रों से भी मरीजों को भर्ती किया गया है। टीम ने केंद्र संचालक को मरीजों के रहन-सहन और भोजन की उचित व्यवस्था के दिशा निर्देश देते हुए साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की चेतावनी दी। टीम में सीएचसी गदरपुर के प्रभारी डॉ. संजीव सरना, डॉ. विकास सचान, पूरन सिंह और ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर मोहम्मद रिजवान आदि शामिल थे।