भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करने के लिए आ रहे कांवड़ियों को सोमवार को बाघ प्रभावित क्षेत्र आमडंडा से मोहान वन कर्मियों ने सुरक्षित भेजा। सल्ट जाने वाले कांवड़ियों को अल्मोड़ा वन प्रभाग की टीम सकुशल गंतव्य की ओर ले जा रही है। रामनगर के मोहन क्षेत्र में बाघ के हमले की घटनाओं को देखते हुए रविवार को कॉर्बेट निदेशक धीरज पांडे, एसडीएम गौरव चटवाल, पार्क वार्डन अमित ग्वासाकोटी के साथ विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने कॉर्बेट कार्यालय में बैठक ली। जिसमें कांवड़ियों को पूर्ण सुरक्षा देने की बात कही गई थी।
हरिद्वार से जल लेकर पर्वतीय क्षेत्र की ओर से जाने वाले कांवड़ियों को गर्जिया, आमडंडा से मोहान तक सकुशल पहुंचाने के लिए वन विभाग की टीमें बनाई गई हैं। कांवडियों को वन कर्मियों के सुरक्षा घेरे में गंतव्य की ओर छोड़ा जा रहा है। बिजरानी रेंज के रेंजर बिंदर पाल ने बताया कि आमडंडा से ही कांवड़ियों को वन कर्मियों के सुरक्षा घेरे में मोहान तक छोड़ा जा रहा है। कांवड़ियों की सुरक्षा के लिए रामनगर वन प्रभाग के कोसी रेंज, अल्मोड़ा वन प्रभाग के मोहान रेंज के वन कर्मी संयुक्त रूप से कार्य कर रहे हैं। रात के समय कांवड़ियों को जाने नहीं दिया जा रहा है। धनगढ़ी से लेकर मोहान तक बाघ दिखाई दे रहा है।