हल्द्वानी। लॉकडाउन के समय घर से लापता हुए किशोर को मुखानी पुलिस ने यूपी के एक गांव से सकुशल ढूंढकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। किशोर के मिलने से जहां एक परिवार की खुशियां लौटी हैं तो वहीं दो साल से जिस बुजुर्ग दंपती के साथ किशोर रह रहा था, उनके बुढ़ापे की उम्मीदें टूट गई हैं। परिजनों के मुताबिक किशोर ने बुजुर्ग दंपती के साथ रहने की इच्छा जताई है।
मुखानी थाना क्षेत्र के लोहरियासाल मल्ला स्थित विष्णुपुरम गली नंबर पांच निवासी हेमराज दिवाकर ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान 27 सितंबर 2019 को उनका 14 वर्षीय बेटा शिवा दिवाकर घर से कहीं चला गया था। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस ने किशोर की तलाश शुरू की लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा। करीब 15 दिन पहले शिवा ने एक अंजान नंबर से पिता को फोन किया और अपनी पहचान छिपाते हुए हालचाल पूछा। दो-तीन बार फोन आने पर परिजनों को शिवा के होने का अहसास हुआ तो पुलिस को जानकारी दी। मुखानी पुलिस ने तलाश शुरू की और यूपी के संभल जिले के रजपुरा थाना स्थित रसूलपुर गांव पहुंची। वहां बुजुर्ग पंडित सुंदर शर्मा के घर शिवा नाम बदलकर रह रहा था। बुधवार को एसआई सुनील गोस्वामी और सिपाही पूरन सिंह ने किशोर को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया। बेटे को देख मां पुष्पा और बहन काजल और नेहा की आंखें खुशी के आंसुओं से भर गईं।
दो बेटों की मौत के बाद बुजुर्ग दंपती को शिवा बंधी थीं आस
दो साल पहले जब शिवा रसूलपुर के बुजुर्ग पंडित सुंदर शर्मा के घर पहुंचा तो उसने अपना नाम अमन बताते हुए खुद को अनाथ बताया। बुजुर्ग दंपती के एक बेटे की बीमारी और दूसरे की सड़क हादसे में मौत होने से वह भी बिना सहारे के जीवन काट रहे थे। बुढ़ापे के सहारे की उम्मीद को सामने खड़ा देख उन्होंने शिवा को अपने घर रखा और उसका नाम अमन शर्मा रख दिया। बेटे की तरह ख्याल रख रहे बुजुर्ग दंपती ने उसे स्कूल भेजना शुरू कर दिया था। उनकी चार बेटियां हैं और चारों की शादी हो चुकी है। शिवा से ही उन्होंने बुढ़ापे के सहारे की उम्मीदें लगा ली थीं लेकिन शिवा की घर वापसी के बाद उनकी उम्मीदें टूट गईं।
फेसबुक से पता लगी लोकेशन
शिवा को परिजनों के सुपुर्द करने के बाद जब पुलिस ने उससे बातचीत की तो शिवा ने बताया कि देर रात घर के पिछले दरवाजे से निकला था। इसके बाद ट्रक में सवार होकर यूपी के स्वार पहुंचा और वहां से संभल। कुछ दिन पहले जब उसने अंजान नंबर से पिता को फोन करना शुरू किया तो खुद को उनका दोस्त बताते हुए घर के हाल चाल लेने लगा। पुलिस भर्ती की परीक्षा कर रही शिवा की बहनों काजल और नेहा को कुछ शक हुआ तो उन्होंने नंबर को फेसबुक पर सर्च किया और फेसबुक आईडी खंगाली तो वहां शिवा का फोटो देख हैरान रह गईं। इसकी सूचना पुलिस को देने पर मुखानी पुलिस ने किशोर की लोकेशन ट्रेस की और फिर उसे ढूंढकर वापस लाई।
कहीं लौटी खुशियां तो कहीं टूटीं बुढ़ापे की उम्मीदें
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