जसपुर। विधायक से अभद्रता करने के मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों की ओर से 17 लोगों पर क्रॉस रिपोर्ट दर्ज की है। विधायक आदेश चौहान ने बीते दिनों कोतवाली में तहरीर दी थी। बताया था कि 26 अगस्त को वह अपने निवास निवारमंडी गांव में थे। अवनीश कुमार, कृष्ण कुमार, मदनलाल निवासी निकट पंडित पूर्णानंद तिवारी कॉलेज उनके आवास में घुस आए। कहने लगे तुम हमारे खिलाफ एसडीएम के समक्ष शिकायत करते हो। शिकायत वापस लेने का दबाव बनाने लगे।इस बीच आक्रोशित तीनों लोगों ने गालीगलौज कर हमला करते हुए उनके गनर की वर्दी फाड़ दी। वहां मौजूद लोगों ने उन्हें और उनके गनर को बचाया। जाते-जाते आरोपियों ने जान से मारने की धमकी दी थी। कहा कि जिन किसानों से 24 अगस्त को शिकायती प्रार्थना पत्र एसडीएम को दिलवाया है उसे वापस कराओ अन्यथा मौका मिलने पर जान से मार देंगे। उधर, मोहल्ला भूप सिंह निवासी कृष्ण कुमार ने कहा कि उनका मुकदमा सुनील कुमार निवासी गांव अंगदपुर से चल रहा है। 26 अगस्त को विधायक आदेश चौहान ने उन्हें समझौते के लिए बुलाया था। वह अपने पुत्र अवनीश कुमार, भाई मदनलाल के साथ विधायक के घर गया था। उसके भाई मदन लाल भाजपा के समर्थक हैं। विधायक उन्हें देखते ही आग बबूला हो गए और गुस्से में गालीगलौज कर जान से मारने की धमकी दी। कहने लगे कि मुकदमा वापस ले लो वरना अंजाम बुरा होगा। मुकदमा वापस लेने से इनकार करने पर विधायक आदेश चौहान, सुनील कुमार और 10-12 अन्य लोगों ने धक्कामुक्की कर मारपीट की।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस विधायकों के साथ सीएम से मुलाकात की
जसपुर। पूर्व नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर विधायक आदेश चौहान के साथ हुई अभद्रता व पुलिस की ओर से उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं किए जाने और आरोपियों को कोतवाली से छोड़ने के मामले में कार्रवाई करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने सूदखोरों के खिलाफ एसआईटी गठन करने व अन्य मामलों में कार्रवाई का आश्वासन दिया है। विधायक आदेश चौहान ने सोमवार को नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में सीएम पुष्कर सिंह धामी से उनके कार्यालय में मुलाकात की। उन्होंने सीएम को बताया कि 24 अगस्त को क्षेत्र के कुछ पीड़ित व्यक्तियों ने सूदखोरों के खिलाफ उन्हें प्रार्थना पत्र दिया था। सूदखोर भोले -भाले व्यक्तियों को फंसा कर मनमाना ब्याज वसूल रहे हैं। उन्होंने एसडीएम को पत्र देकर ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इससे खिन्न होकर कृष्ण कुमार और उसका भाई मदन लाल निवासी मोहल्ला भूप सिंह 26 अगस्त को उनके निवास पर आए और उनकी ओर से एसडीएम को की गई शिकायत को वापस लेने का दबाव बनाने लगे। उन्होंने जब यह कहा कि वह उनके दबाव में नहीं आएंगे तो इतना सुनकर आरोपी आक्रोशित हो गए। आरोपियों ने उनके साथ अभद्रता की। उन्होंने कहा कि एसएसपी की ओर से उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराया जाना, आरोपियों को कोतवाली से छोड़ना, उनके गनर को वापस बुलाने में एसएसपी की भूमिका संदिग्ध लगती है। उन्होंने एसएसपी को तत्काल हटाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में पूर्व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, विधायक विक्रम सिंह नेगी, वीरेंद्र सिंह, पूर्व विधायक विजय पाल सिंह, प्रदेश कांग्रेस कोषाध्यक्ष आर्येंद्र शर्मा, राजकुमार सिंह, हिमांशु नंबरदार, आबिद नूरी, गुरमीत सिंह, सुखबीर भुल्लर आदि शामिल रहे।
जसपुर विधायक से विवाद में दोनों पक्षों के 17 लोगों पर क्रॉस एफआईआर
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