आईएसबीटी से सहस्त्रधारा के बीच अब पांच और इलेक्ट्रिक बसें दौड़ेंगी। शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी के तहत पांच नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। साथ ही चार जगह चार स्मार्ट टॉयलेट की भी शुरुआत की। बृहस्पतिवार को परेड ग्राउंड से कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, स्मार्ट सिटी की सीईओ एवं जिलाधिकारी सोनिका, मेयर सुनील उनियाल गामा, भाजपा मंडल अध्यक्ष, राजपुर रोड विशाल गुप्ता ने पांच इलेक्ट्रिक बसों को रवाना किया। इसके बाद इलेक्ट्रिक बस में सवार होकर मंत्री अग्रवाल तिब्बती मार्केट के पास स्थित स्मार्ट टॉयलेट पहुंचे। यहां रिबन काटकर स्मार्ट टॉयलेट की शुरुआत की। मंत्री ने स्मार्ट टॉयलेट के संबंध में जानकारी प्राप्त की। साथ ही इसके लिए सीईओ की प्रशंसा की। मंत्री ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत 27 में से पांच परियोजनाओं को पूरा किया जा चुका है। बाकी का काम तेजी से चल रहा है।
21 किमी के रूट पर 35 जगह रुकेगी बस
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत पांच इलेक्ट्रिक बसों का संचालन आईएसबीटी से सहस्त्रधारा रूट पर किया जाएगा। बसें देहरादून स्मार्ट सिटी लिमिटेड और ईबे ट्रास कंपनी के बीच अनुबंध के तहत चलेंगी। देहरादून में अब 20 इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा तैयार हो गया है। कुल 21 किमी के रूट पर 35 बस जगह बस रुकेगी। इसका न्यूनतम किराया 10 रुपए है। आईएसबीटी से सेलाकुई, रायपुर और एयरपोर्ट रूट पर संचालित हो रहीं 15 बसों के माध्यम से अब तक 98 हजार 474 यात्रियों को सुविधा मिली है। इससे एक करोड़ 91 लाख रुपये का राजस्व मिला है।
अब यहां भी स्मार्ट टॉयलेट की सुविधा
मंत्री ने परेड ग्राउंड, पुरानी तहसील परिसर, सब्जी मंडी परिसर और आईएसबीटी परिसर पर चार स्मार्ट टॉयलेट की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि स्मार्ट सिटी परियोजना में स्वीकृत एक करोड़ 81 लाख रुपये के तहत शहर में अभी तक सात स्मार्ट टॉयलेट का निर्माण किया जा चुका है। इनमें तीन टॉयलेट पूर्व में ही जन सुविधा को देखते हुए शुरू हो चुके हैं जबकि चार स्मार्ट टॉयलेट का बृहस्पतिवार को लोकार्पण किया गया। यहां महिलाओं, पुरुषों और दिव्यांगों के लिए अलग व्यवस्था है। इनमें स्वचालित सफाई व्यवस्था जैसे फ्लशिंग, कांटेक्टलेस हैंड वॉशिंग, हैंड ड्रायर, सोप डिस्पेंसर के साथ ही महिलाओं के लिए विशेष रूप से सेनेटरी वेंडिंग व डिस्पोजेबल मशीन लगाई गई है। टॉयलेट के प्रयोग में मुफ्त यूरिनल और टॉयलेट के लिए सुविधा शुल्क पांच रुपये निर्धारित किया गया है। भुगतान डिजिटल या कैश के माध्यम से किया जा सकता है।
आईएसबीटी से सहस्त्रधारा तक दौड़ेंगी पांच और इलेक्ट्रिक बसें, मंत्री प्रेमचंद ने दिखाई हरी झंडी
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