देहरादून। कोरोनेशन अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में एक मृतक के परिजनों से कर्मचारियों ने 1500 रुपये की डिमांड कर दी। परिजनों ने इस पर हंगामा किया और शिकायत संबंधित डॉक्टर से की। पोस्टमार्टम करने आए प्रेमनगर के रेडियोलॉजिस्ट डा. शिवमोहन शुक्ला एवं फार्मासिस्ट मुकेश नौटियाल ने लोगों को समझाया और कर्मचारियों से इसे लेकर एतराज जताया। आरोप है कि इस दौरान कर्मचारियों ने पोस्टमार्टम करने से ही इनकार कर दिया। इमरजेंसी से दूसरे फार्मासिस्ट सीएम राणा पहुंचे और उन्होंने भी समझाया। काफी देर तक पोस्टमार्टम रूका रहा। मृतक कुंवर सिंह पंवार के बेटे रवि ने इसकी लिखित में शिकायत की है। शिकायत को डाक्टर की ओर से पोस्टमार्टम हाउस प्रभारी, सीएमएस एवं सीएमओ को भेजी गई है। शनिवार को भी कर्मचारियों के संदिग्ध अवस्था में होने एवं परिजनों से रुपये मांगे जाने की शिकायत आई थी। सीएमओ डा. मनोज उप्रेती का कहना है कि पोस्टमार्टम एक संवेदनशील कार्य है, यहां पर ऐसी गतिविधिया बर्दाश्त नहीं होगी। पोस्टमार्टम के लिए कर्मचारियों का विकल्प तलाशा जा रहा है। उन्हें हटाया जाएगा।
वीडियो एवं फोटो वायरल
कर्मचारियों द्वारा पोस्टमार्टम हाउस में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम देने के वीडियो एवं फोटो वायरल हो रहे हैं। वहीं इन वीडियो एवं फोटो को सीएमओ को भेजा गया है। काफी दिनों से डाक्टर इनके हटाने की मांग उठा रहे हैं। लेकिन सीएमओ स्तर पर कार्रवाई नहीं होने से सवाल खड़े हो रहे हैं। उधर, सीएमओ का तर्क है कि पोस्टमार्टम के लिए कर्मचारी मुश्किल से मिलते हैं। कर्मचारियों को तलाशा जा रहा है, जैसे ही कर्मचारी मिलेगा, उन्हें हटा दिया जाएगा।
बेटे के गम में पिता ने दे दी थी जान
देहरादून। दून के अपर रायपुर में एक माह पूर्व जिस कमरे में बेटे ने फांसी लगाकर आत्महत्या की थी, उसकी कमरे में पिता ने भी फांसी पर झूलकर आत्महत्या कर ली। इस दुखद घटना से परिजनों में शोक है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया हैं। इन्हीं मृतक के परिजनों से पोस्टमार्टम हाउस में कर्मचारियों ने रिश्वत मांगी। एसओ रायपुर मनमोहन नेगी ने बताया कि घटना शनिवार की है, 112 पर सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। अपर रायपुर में कुंवर सिंह पंवार पुत्र रतन सिंह पंवार उम्र 55 वर्ष ने कमरे में पंखे के कुंडे से चुन्नी बांधकर फांसी लगा ली। मृतक का शव नीचे उतारा गया, मौके की फोटोग्राफी वीडियो ग्राफी की गई। बताया कि करीब एक माह पूर्व इनके बेटे विजेन्दर पंवार उर्फ अंकित ने इसी कमरे में फांसी लगाकर आत्मित्या कर ली थी। परिजनों के मुताबिक वह बेटे की मौत के बाद अवसाद में रहते थे, किसी तरह का सुसाइट नोट नहीं मिला है। शव को पोस्टमार्टम के बाद रविवार को परिजनों को सौंप दिया गया।
शर्मनाक : मृतक के परिजनों से मांगे 1500 रुपये, डाक्टर ने टोका तो रोक दिया पोस्टमार्टम
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