बारिश से रविवार को जहां दिन में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया, वहीं देर शाम से लगातार सात घंटे तक जारी झमाझम बारिश से मसूरी-दून मार्ग पर पहाड़ से मलबा आ गया, जिससे मार्ग ठप हो गया। किंग्रेग मार्ग पर भी बड़े मोड़ पर पुश्ता ढहने से भी आवाजाही बाधित हो गई है। तापमान में गिरावट आने से ठंड भी बढ़ गई, जबकि घूमने आए पर्यटक होटलों में कैद होकर रह गए। बारिश के चलते सड़कों का पैचवर्क कार्य प्रभावित हो गया है। साथ ही पर्यटन व्यवसाय पर भी असर पड़ा है। बारिश संग घना कोहरा भी छाया हुआ है।
उधर, विकासनगर मेंअमलावा नदी के उफान पर आने से कालसी में ग्रामीणों के घरों में पानी भर जाने की सूचना मिल रही है। लगभग 70 लोगों को प्रशासन व पुलिस ने सीएचसी और ब्लाक परिसर में शिफ्ट किया है। ब्लॉक के उप प्रमुख भीम सिंह चौहान व कनिष्ठ प्रमुख रितेश असवाल सारी कार्रवाई का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रेमनगर, सेलाकुई, में भी पानी भरने की सूचना पर पुलिस और एसडीआरएफ तैनात किए गए हैं। सहिया मैं समालखा रोड का पुल को नुकसान पहुंचा है। पुल पर यातायात बंद कर दिया गया है उप जिलाधिकारी सौरव असवाल ने बताया कि सबसे ज्यादा नुकसान कालसी के हरिपुर रोहाडा में हुआ है। नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण 20 से अधिक मकानों में पानी घुसा है। इन मकानों में रहने वाले सभी लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है, जिन्हें क्षेत्र के प्राइवेट स्कूल, मस्जिद, अस्पताल और ब्लॉक मुख्यालय पर शरण दी गई है।
मसूरी में सात घंटे बारिश का कहर, होटलों में कैद हुए पर्यटक, 70 लोगों को बचाया गया
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