देहरादून। रोडवेज के कंडक्टर यात्रियों के किराया पैसा अपने जेब में रखने से बाज नहीं आ रहे हैं। रोडवेज की दो बसों में छह बेटिकट यात्री पकड़े गए हैं। दो दिन पहले भी पर्वतीय डिपो की बस में 15 बेटिकट यात्री मिले थे। बीते गुरुवार को टनकपुर डिपो की बस टनकपुर से चडीगढ़ जा रही थी। नगीना के पास रोडवेज की प्रवर्तन टीम ने बस को चेकिंग के लिए रोका। विशेष श्रेणी के कंडक्टर विक्रम सिंह से टिकट मशीन ली, पता चला कि बस में तीन यात्री बेटिकट थे। वहीं, मुख्यालय के यातायात निरीक्षक चंद्रपाल और धेर सिंह ने धामपुर के पास रुद्रपुर से देहरादून आ रही हिल डिपो को चेकिंग के लिए रोका। इस बस में संविदा कंडक्टर जगवीर सिंह तैनात थे। चेकिंग पर पता चला बस में तीन यात्रियों के पास टिकट नहीं थे। उप महाप्रबंधक (प्रतर्वन) सीपी कपूर ने बताया कि दोनों बसों के कंडक्टरों पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। डिपो के सहायक महाप्रबंधक रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई करेंगे। बताया कि रोडवेज में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा। इसके लिए मुख्यालय, मंडल और डिपो की प्रवर्तन डिपो निरंतर बसों की चेकिंग कर रही हैं।
कंडक्टर को बचाने की तैयारी में जुटा प्रबंधन
बीरोंखाल से देहरादून आ रही पर्वतीय डिपो की बस में बीते मंगलवार को 15 बेटिकट यात्री मिले थे। रुड़की डिपो के यातायात अधीक्षक विशाल चंद्रा, देहरादून पर्वतीय डिपो के सहायक यातायात निरीक्षक महेंद्र सिंह और बलिराम ने इसकी रिपोर्ट प्रबंधन को सौंप दी थी। नियमानुसार यदि किसी बस में दो से अधिक बेटिक यात्री या 250 रुपये ज्यादा की बेटिकट यात्री पर विशेष श्रेणी और संविदा कंडक्टर को नौकरी से निकालने और नियमित को सस्पेंड करने का प्राविधान है। इस प्रकरण में भी डिपो प्रबंधन ने कंडक्टर को नौकरी से निकालन की पूरी तैयारी कर दी थी, इसका आदेश भी बन गया था, लेकिन ऐन मौके पर मुख्यालय के अधिकारियों ने सियासी दबाव में कंडक्टर को बर्खास्त करने के बजाय जांच करने के निर्देश दिए हैं। इधर, महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने बताया कि कंडक्टर को रूट ऑफ कर दिया है। कंडक्टर को अपनी बात रखने का मौका दिया जा रहा है। उसके प्रार्थना पत्र पर सुनवाई करने के बाद ही कार्रवाई की जाएगी।
रोडवेज की दो और बसों में मिले बेटिकट यात्री
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