धौलछीना। नौ साल से गजट नोटिफिकेशन जारी होने के बावजूद तहसील का विभाजन कर धौलछीना को अलग तहसील बनाने की घोषणा हुई। इसके लिए गजट नोटिफिकेशन में 2013 में तहसील की अधिसूचना जारी की गई लेकिन अभी तक धौलछीना तहसील अस्तित्व में नहीं आ सकी।वक्ताओं ने बताया कि धौलछीना को तहसील संचालित करने की मांग कर रहे है जबकि अधिसूचना के माध्यम से धौलछीना और धौलादेवी के 170 गांवों को नई तहसील में शामिल करने के लिए चुना भी गया। विकासखंड में पुराने कार्यालय और आवासीय भवन खाली पड़े हैं। नए तहसील निर्माण के लिए पर्याप्त भूमि भी उपलब्ध है। इस विकासखंड में 51 ग्राम पंचायतों में 96 राजस्व गांव और चार न्याय पंचायत और 13 पटवारी चौकी हैं। इसके चलते प्रधान संगठन के बैनर तले व्यापार मंडल, युवक मंगल दल, महिला मंगल दल, रीठा गाड़ संघर्ष समिति, महिला संघर्ष समिति समेत कई संगठनो ने आंदोलन की चेतावनी दी है ।
धौलादेवी ब्लॉक के मुख्यालय में तहसील संचालित करने का आग्रह कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। अगर 31 अक्तूबर तक कोई कार्रवाई नहीं हुई तो जनआंदोलन खड़ा किया जाएगा। – प्रधान संगठन अध्यक्ष चंदन सिंह मेहरा
तहसील ब्लॉक मुख्यालय में संचालित न होने से ग्रामीणों को 150 किमी दूर जिला मुख्यालय में जाना पड़ता है। जब से तहसील नए विकास भवन में शिफ्ट हुई तब से लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। – ज्येष्ठ प्रमुख रेखा पांडे
तहसील ब्लॉक मुख्यालय में खुलने के बजाय जिला मुख्यालय से संचालित हो रही है जिसका खामियाजा क्षेत्र की गरीब जनता को भोगना पड़ रहा है। अगर एक माह के भीतर सकारात्मक कार्रवाई नहीं हुई तो 31 से आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। – जिला पंचायत सदस्य संजय वाणी
अस्तित्व में नहीं आ पाई धौलछीना तहसील
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