डीजीपी के अल्टीमेटम से सकते में आई पुलिस ने पूर्व ग्राम प्रधान महल सिंह हत्याकांड का अधूरा खुलासा तो कर दिया लेकिन हत्या करने वाले शूटरों को लेकर पुलिस अभी अंधेरे में ही हाथ-पांव मार रही है। पुलिस को शूटरों के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। सीसीटीवी कैमरों से लोकेशन ट्रेस करते हुए पुलिस टीमें शूटरों की तलाश में जुटी है। ग्राम जुड़का निवासी पूर्व ग्राम प्रधान महल सिंह (64) की बीती 13 अक्तूबर को उनके घर पर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के भतीजे कर्मपाल सिंह ने कनाडा में रह रहे गुलजारपुर निवासी हरजीत सिंह उर्फ काले के खिलाफ शक के आधार पर केस दर्ज कराया गया है। पुलिस की जांच में सिंगल एप के माध्यम से हत्याकांड का ताना बाना बुने जाने की बात सामने आई है। डीजीपी अशोक कुमार के अल्टीमेटम के बाद पुलिस ने जांच के बाद आरोपी हरजीत के करीबी खनन माफिया प्रभजोत सिंह उर्फ पन्नू, साबी व रजविंदर कौर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्हें शूटरों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। पुलिस ने जब उनके घरों पर बुलडोजर चलाने की धमकी दी तो तीनों टूट गए।
महल सिंह की हत्या की थी सुपारी दी
उन्होंने शूटरों को शरण देने और उनके खाने आदि की व्यवस्था करने की बात कबूल ली लेकिन तीनों आरोपी पुलिस को यह जानकारी नहीं दे पाए कि शूटर कौन थे और वे कहां से आए थे। वारदात को अंजाम देकर दोनों शूटर भाग गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शूटरों के बारे में सुपारी देने वाले व्यक्ति तक को जानकारी नहीं है। उसने कनाडा से पंजाब में रहने वाली किसी पार्टी को महल सिंह की हत्या की सुपारी दी थी। सुपारी लेने वाले व्यक्ति ने वारदात को अंजाम देने के लिए किसे भेजा, इस बात की खुद उसे भी जानकारी नहीं है। सुपारी लेने वाले गैंग का लिंक कनाडा से होना बताया जा रहा है। यह गैंग अंतरराष्ट्रीय आपराधिक वारदातों में लिप्त है। महल हत्याकांड के शूटर पकड़े जाते हैं तो पुलिस को एक अंतरराष्ट्रीय आपराधिक गैंग के बारे में जानकारी हो सकती है। एसपी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि पुलिस की छह टीमें शूटरों की सुरागकशी में लगी है।
हरजीत काले के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस की तैयारी
पुलिस ने कनाडा में रह रहे एनआरआई हरजीत सिंह पर भी शिकंजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। केंद्रीय और कनाडा की एजेंसियों की मदद से आरोपी को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सीओ वंदना वर्मा ने बताया कि प्रथम चरण में आरोपी हरजीत सिंह की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट से गैर जमानती वारंट प्राप्त किया जाएगा। इसके बाद उसके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। फिर भी आरोपी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ता है तो केंद्रीय एजेंसियों की मदद से उसके खिलाफ इंटरपोल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराने का प्रयास किया जाएगा। आरोपी के हत्थे चढ़ने पर ही उसके अंतरराष्ट्रीय लिंक का खुलासा हो पाएगा।
पुलिस ने फिर छानी गुलजारपुर की खाक
महल हत्याकांड में साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस और एसओजी की टीमों ने बुधवार को भी गुलजारपुर की खाक छानी। एसपी क्राइम अभय प्रताप सिंह, कोतवाल मनोज रतूड़ी, एसएसआई प्रदीप मिश्रा, एसओजी टीम के साथ दोपहर बाद फिर गुलजारपुर पहुंचे। पुलिस ने आरोपी प्रभजोत सिंह उर्फ पन्नू से हुई मुठभेड़ स्थल का नक्शा नजरी तैयार किया और आरोपियों की रिहाइश गाह से और सबूत जुटाने की कोशिश की।
महल सिंह हत्याकांड के अभी अधूरे खुलासे, डीजीपी के अल्टीमेटम से सकते में आई पुलिस
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