काशीपुर। बंबीहा गैंग के चार शूटरों की गिरफ्तारी ऊधमसिंह नगर पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर ही हो सकी। पुलिस ने पूर्व प्रधान महल सिंह की हत्या कर फरार हुए शूटरों के फोटो और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां पंजाब पुलिस के साथ शेयर की थीं। इस इनपुट से ही पंजाब पुलिस और दिल्ली एसटीएफ ने शूटरों को धर दबोचा। ऊधमसिंह नगर के एसएसपी मंजू नाथ टीसी ने इस केस में लगी पुलिस टीम को 10 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है। ऊधमसिंह नगर की छह पुलिस टीमों ने 10 दिनों तक हिसार, माधो, मोहाली, सिरसा, सालासर आदि जिलों की खाक छानी। पुलिस को शूटरों से संबंधित जानकारी पंजाब पुलिस के साथ शेयर करनी पड़ी। एक शूटर के लेफ्ट हैंडर होने की जानकारी पंजाब पुलिस के बहुत काम आई। इसी आधार पर पंजाब पुलिस ने गैंग को ट्रेस कर लिया। ऊधमसिंह नगर पुलिस से मिले इनपुट पर काम कर पंजाब पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय गिरोह तक पहुंचने में कामयाबी हासिल कर ली।
ये था मामला
क्रशर से पार्टनरशिप खत्म करने के विवाद को लेकर गुलजापुर निवासी हरजिंदर सिंह उर्फ काले की जुड़का निवासी महल सिंह से रंजिश चल रही थी। इसी रंजिश के चलते महल सिंह की हत्या होने की बात सामने आई थी। इस वारदात को अंजाम देने में पंजाब के शूटरों की भूमिका बताई जा रही थी। 21 अक्तूबर को काशीपुर पुलिस ने पंजाब के शूटरों को शरण देने और उनके खाने आदि की व्यवस्था करने वाले तीन आरोपियों प्रभजोत सिंह उर्फ पन्नू, सेबी और रजविंदर कौर को गिरफ्तार किया था। तीनों शूटरों के बारे में पुलिस को कुछ नहीं बता पाए। हत्याकांड के पीछे कनाडा में बसे एनआरआई काले का संबंध होने के कारण मुसेवाला की हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले बंबीहा गैंग की लिप्तता की आशंका जताई जा रही थी। पुलिस के पास दोनों शूटरों के फोटो थे।
हरजिंदर और तनवीर की गिरफ्तारी को ली जाएगी इंटरपोल की मदद
काशीपुर। पुलिस ने कनाड़ा में रह रहे एनआरआई हरजिंदर और उसके बेटे तनवीर पर भी शिंकजा कसने की तैयारी शुरू कर दी है। केंद्रीय और कनाडा की एजेंसियों की मदद से आरोपियों को भारत लाने की प्रक्रिया जल्द शुरू करने की बात कही जा रही है। एसपी चंद्रमोहन सिंह ने बताया कि पहले चरण में हरजिंदर और उसके बेटे की गिरफ्तारी के लिए कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। यदि आरोपी सरेंडर नहीं करते हैं तो केंद्रीय एजेंसियों की मदद से उसके खिलाफ इंटरपोल की मदद से रेड कार्नर नोटिस जारी कराने का प्रयास किया जाएगा।
गिरफ्तारी में इनकी रही भूमिका
कशीपुर। महल सिंह हत्याकांड के खुलासे में काशीपुर कोतवाली के एसएसआई प्रदीप मिश्रा, कुंडेश्वरी चौकी प्रभारी सुरेंद्र सिंह, कांस्टेबल कुलदीप कुमार, गजेेंद्र गिरी, विनय कुमार की भूमिका अहम रही हैं।
ट्रांजिट रिमांड पर लाए जाएंगे हत्यारोपी
काशीपुर। दिल्ली की एसटीएफ की मदद से पंजाब पुलिस की पकड़ में आए महल सिंह के हत्यारों को काशीपुर लाने के लिए विवेचना अधिकारी संबंधित कोर्ट से वारंट लेंगे। दोनों आरोपियों के वारंट पंजाब जेल में दाखिल किए जाएंगे। वहां से आरोपियों को रिमांड पर लिया जाएगा।